बाजपुर में एक शिक्षिका की एडिट की हुई अश्लील फोटो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर फर्जी आइडी बनाकर अपलोड करने के मामले में पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया है। गौरतलब है, कि शिक्षिका की आपत्तिजनक एडिटेड तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल करने वाली कोई और नहीं बल्कि स्कूल की पूर्व छात्रा निकली।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साइबर सेल से मिले डाटा के आधार पर पुलिस आराेपित छात्रा तक पहुंच गई। पुलिस ने दबिश देकर आरोपी छात्रा को हरिद्वार से पकड़ा है। बता दें, कि बाजपुर शहर स्थित एक स्कूल की शिक्षिका के नाम से अज्ञात ने इंस्टाग्राम पर फर्जी आइडी बना ली थी। इस फर्जी अकाउंट पर शिक्षिका का चेहरा लगाकर एडिटेड अश्लील तस्वीरें अपलोड कर दी गई।
इस बात की जानकारी मिलने पर शिक्षिका पूरी तरह हैरान-परेशान हो गईं। शिक्षिका को भारी मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ा। न्याय की गुहार लगते हुए संबंधित प्रकरण में शिक्षिका ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दो अगस्त को अज्ञात के विरुद्ध धारा 509ख आइपीसी व 67 आईटी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्जकर मामले की जांच आरंभ कर दी।
एसएसपी के दिशा-निर्देशों पर घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। विवेचना प्रभारी निरीक्षक बाजपुर नरेश चौहान ने मामले की संवेदनशीलता व महिला से संबंधित अपराध की गंभीरता के दृष्टिगत पीड़िता द्वारा उपलब्ध कराए इंस्टाग्राम आइडी के संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए साइबर सेल रुद्रपुर को रिपोर्ट प्रेषित की। साइबर सेल की जांच में इंस्टाग्राम पर आइडी फर्जी निकली।
पुलिस ने जब ट्रू- कालर आइडी चेक की, तो मोबाइल नंबर पर एक नाम प्रदर्शित हुआ। पीड़ित शिक्षिका से जब इस नाम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया, कि यह हमारे स्कूल की छात्रा रही है। जिसने वर्ष, 2022-23 में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की है और शिक्षिका को पसंद करती थी और समय-समय पर गिफ्ट भी देती थी।
आरोपी छात्रा ने बताया, कि वह शिक्षिका को पसंद करती थी, लेकिन जब शिक्षिका ने उसे पसंद नहीं किया और परीक्षा में कम अंक दिए तो वह नाराज हो गई। छात्रा ने गुस्से में आकर इंस्टाग्राम में फेक आइडी बनाकर अश्लील फोटो अपलोड करने की बात कबूल कर ली है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, शिक्षिका द्वारा प्रेम प्रस्ताव ठुकराए जाने और परीक्षा में कम अंक मिलने से नाराज छात्रा ने फर्जी आईडी का उपयोग कर इंस्टाग्राम पर शिक्षिका की अश्लील तस्वीरें अपलोड कर दी। बहरहाल, पुलिस ने जब छात्रा द्वारा उपयोग में लाये गए दोनों मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकालकर जाँच की, तो नंबर पूर्व छात्रा द्वारा प्रयोग करना पाया गया।
बताया जा रहा है, कि आरोपी युवती जून माह में हरिद्वार चली गई और वह बीकॉम की पढ़ाई कर रही है। पुलिस के अनुसार पूछताछ में पूर्व छात्रा ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। युवती के मोबाइल से अपराध के महत्वपूर्ण साक्ष्य बरामद हुए है। मोबाइल से प्राप्त साक्ष्य को अभियोग में साक्ष्य के रूप में प्रयोग किया जाएगा व छात्रा से बरामद मोबाइल फोनों को कब्जे में लिया गया है।