कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी की घटना के बाद देशभर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी बीच कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की बेंच ने मामले की जांच सीबीआई से कराने के निर्देश दिए है। कोर्ट ने मामले से जुड़े सभी दस्तावेज तत्काल केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने के आदेश दिए है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कलकत्ता हाईकोर्ट ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कहा, कि जो समय बर्बाद हो चुका है, वो बहुमूल्य था। इस केस में सबूतों को बर्बाद होने से रोकने के लिए जरूरी है, कि मामले की सीबीआई तुरंत जाँच करे। जानकारी के अनुसार, कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल को लेकर सुनवाई के दौरान बड़ी टिप्पणी की है।
#WATCH | Calcutta High Court ordered a CBI investigation into RG Kar Medical College and Hospital rape-murder incident.
Advocate Billwadal Bhattacharyya says, "…There were statements made by the Chief Minister that they have no objection in transferring the case to the CBI but… pic.twitter.com/qzcOXDiPk8
— ANI (@ANI) August 13, 2024
चीफ जस्टिस ने कहा, कि जिस प्रिंसिपल ने इतनी बड़ी घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया हो, उसे तुरंत कैसे दूसरी जगह पर नियुक्त किया जा सकता है। कोर्ट ने प्रिंसिपल को तत्काल अवकाश पर जाने के निर्देश दिए। चीफ जस्टिस ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा, “नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने वाले प्रिंसिपल को दूसरे सरकारी कॉलेज का प्रिंसिपल कैसे नियुक्त किया जा सकता है?
After several PILs were filed at the Chief Justice division bench of Calcutta High Court regarding RG Kar Medical College and Hospital rape-murder incident, Chief Justice mentioned in court today that how can the principal – who resigned by taking moral responsibility, be… pic.twitter.com/KSSl5C9a96
— ANI (@ANI) August 13, 2024
बता दें, कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दुष्कर्म और हत्याकांड के बाद प्रिंसिपल प्रो. (डॉ) संदीप घोष को कोलकाता के कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तैनात कर दिया गया था, जिसका छात्रों ने भारी विरोध किया था। इस दौरान कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज पहुँचे पश्चिम बंगाल के मंत्री और विधायक को छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा था।
इसी बीच, पीड़ित डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें उसके साथ दरिंदगी की सभी हदें पार कर दी गई। चेहरे से लेकर शरीर के हर अंग को चोट पहुँची थी। पीड़ित की आँख से खून भी निकल रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है, कि पीड़ित की गला दबाकर हत्या की गई थी।
चार पन्नों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है, कि गला घोंटने के कारण उसकी थायरॉयड कार्टिलेज क्षतिग्रस्त हो गई थी और उसके निजी अंगों में गहरे घाव दिए गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है, कि हत्या और बलात्कार की घटना 9 अगस्त को तड़के सुबह 3 से 5 बजे के बीच हुई। उसके पेट, होठों, उंगलियों और बाएँ पैर पर चोट के निशान पाए गए। वहीं आँख में चश्मे का शीशा घुस गया था।
सूत्रों के अनुसार, पीड़िता की नाक और मुँह को दबाया गया था और उसे चीखने से रोकने के लिए उसके सिर को दीवार से जोरदार टक्कर मारी गई थी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है, कि पीड़ित महिला की दोनों आँखों, मुँह और गुप्तांगों से खून बह रहा था। रिपोर्ट में कहा गया है, कि उसके गुप्तांगों में घाव “कामुकता” और “जननांगों पर अत्याचार” के कारण हुए थे।
Genital torture, blood from the eyes, head pushed into a wall. The details of the Kolkata RG Kar Medical College sound like a Nirbhaya type crime. And to think the main accused is a volunteer with the local Police. https://t.co/Kiluoe3IAj pic.twitter.com/sdPaHNmt6e
— Shiv Aroor (@ShivAroor) August 13, 2024
पुलिस सूत्रों का कहना है, कि आरोपित संजय रॉय नशा करते वक्त अश्लील फिल्में देखने का आदी था। वारदात वाली रात वो अस्पताल के अंदर कई बार आया-गया था। बताया जा रहा है, कि मुख्य आरोपित संजय रॉय 4 शादियाँ कर चुका है, इसके बावजूद वह अकेला रहता था। साथ ही वो हिंसक प्रवृत्ति का था और साल 2019 से कोलकाता पुलिस के साथ सिविक वालंटियर के तौर पर काम कर रहा था।
वहीं कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुए वीभत्स अपराध को लेकर देशभर में डॉक्टरों के अंदर आक्रोश की लहर है। डॉक्टरों ने आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की माँग की है। वहीं, फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने कहा, कि कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में उसकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बीते गुरुवार-शुक्रवार (8-9 अगस्त 2024) की रात महिला डॉक्टर की रेप के बाद निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। शुरुआत में इस मामले को दबाने का आरोप लगाया गया। मृतक महिला डॉक्टर के माता-पिता को आत्महत्या की सूचना दी गई थी, लेकिन विरोध-प्रदर्शन के बाद इस मामले ने बड़ा तूल पकड़ लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या का मामला सामने आया।
इस मामले में ड्यूटी पर मौजूद तीन अन्य डॉक्टरों से भी पूछताछ की जा रही है। विवाद बढ़ने पर प्रिंसिपल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूरे मामले की जाँच के लिए पुलिस को रविवार तक का वक्त दिया है, इसके बाद उन्होंने मामले को सीबीआई को सौंपने की बात कही है।