स्वतंत्रता दिवस के दिन देहरादून स्थित जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर वीर बलिदानी कैप्टन दीपक सिंह का पार्थिव शरीर लाया गया। देहरादून एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह द्वारा बलिदानी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद बलिदानी का पार्थिव शरीर कुआंवाला स्थित उनके आवास पर लाया गया। जहां उनके अंतिम दर्शनों के लिए लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान लोगों ने भारत माता की जयघोष की, तो वहीं पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए माँ भारती के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
#WATCH | Dehradun: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami paid last respects to the mortal remains of Captain Deepak Singh at Jolly Grant Airport in Dehradun.
Captain Deepak Singh was killed in the line of duty in J&K's Doda during an encounter with terrorists. pic.twitter.com/VHiVMq5ntK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 15, 2024
सीएम धामी ने कैप्टन दीपक सिंह के बलिदान पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा, “अमर शहीद दीपक जी सैन्यभूमि उत्तराखण्ड के गौरव हैं और हम सभी प्रदेशवासियों को उनकी वीरता और साहस पर गर्व है। राष्ट्र रक्षा हेतु दिया गया आपका बलिदान देश सदैव याद रखेगा।”
जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए माँ भारती के वीर सपूत कैप्टन दीपक सिंह जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
अमर शहीद दीपक जी सैन्यभूमि उत्तराखण्ड के गौरव हैं और हम सभी प्रदेशवासियों को उनकी वीरता और… pic.twitter.com/0uhV2uT09u
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 15, 2024
सीएम धामी ने कहा, मां भारती की सेवा में आपका ये बलिदान सदैव युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा। ईश्वर से प्रार्थना है, कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान दे और शोक संतप्त परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करे। उन्होंने कहा, कि पूरा देश व प्रदेश बलिदानियों के परिजनों के साथ खड़ा है। इस बलिदान को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी।
वीरगति को प्राप्त हुए कैप्टन दीपक सिंह को पुलिस मुख्यालय में श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान डीजीपी अभिनव कुमार और मुख्यालय का स्टाफ शामिल रहा। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा, कि कैप्टन दीपक सिंह का यह सर्वोच्च बलिदान देश ही नहीं उत्तराखंड पुलिस परिवार के लिए भी अपूरणीय क्षति है। इस दुःखद क्षण में समस्त उत्तराखंड पुलिस परिवार कैप्टन दीपक सिंह के पिता महेश सिंह के साथ खड़ा है।
डोडा, जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए 48 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात कैप्टन श्री दीपक सिंह जी के सर्वोच्च बलिदान को शत्-शत् नमन करते हुए श्री अभिनव कुमार, DGP महोदय सहित समस्त #UttarakhandPolice बल भावपूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित करता है। pic.twitter.com/9gIRhnEEzD
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) August 14, 2024
बता दें, कि बलिदानी कैप्टन दीपक सिंह के पिता महेश सिंह डीजीपी के गोपनीय सहायक के रूप में नियुक्त रहे। 30 अप्रैल, 2024 को वे अपने पद से सेवानिवृत्ति हुए हैं। 48 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन दीपक सिंह (25) पुत्र महेश सिंह निवासी कुआंवाला, देहरादून स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के जंगलों में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में बलिदान हो गए थे।
जंगल में आतंकियों की मौजूदगी की पुख्ता सूचना के बाद सेना और पुलिस ने मंगलवार देर शाम आपरेशन शुरू किया था। रातभर घेराबंदी के बाद बुधवार तड़के सुबह आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एक बार फिर मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान सुरक्षाबलों ने एक पाकिस्तानी आतंकी को ढ़ेर कर दिया। आतंकियों से मुड़भेड़ के दौरान सेना के कैप्टन दीपक सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां वह वीरगति को प्राप्त हुए।