उत्तराखंड में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। कई दिनों बाद एक बार फिर भारी बारिश का सिलसिला शुरू होने से प्रदेश के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं मार्ग बाधित हो गए हैं, तो कहीं रास्तों पर भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग लगातार लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रहा है।
बीते रविवार को देहरादून के कुछ क्षेत्रों में दोपहर के बाद मूसलाधार बारिश हुई। जिससे गर्मी से कुछ हद तक राहत मिली। वहीं देर रात से शुरू हुई बारिश सोमवार सुबह तक जारी रही। मानसून के अंतिम दौर में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश से नुकसान हुआ है। पर्वतीय क्षेत्रों में कई स्थानों पर भूस्खलन से नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे बंद है।
बारिश के कारण जलभराव और यातायात प्रभावित होने के साथ ही कई सड़कों के बंद होने की भी खबरें सामने आ रही हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उधर उत्तरकाशी के मोरी के जंगलों में आकाशीय बिजली गिरने से 30 बकरियों की मौत हो गई। बकरी पालकों ने इस घटना की सूचना जिला प्रशासन को दी है। घटना से क्षेत्र में चिंता का माहौल बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, सोमवार को देहरादून, चमोली, बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़ जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने का अनुमान है। इसे देखते हुए इन जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
Forecast / Warning for Uttarakhand issued on 01.09.2024 pic.twitter.com/n5xNkAf7EU
— Meteorological Centre Dehradun (@mcdehradun) September 1, 2024
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, कि राज्य के इन पांच जनपदों के अलावा अन्य जिलों में कहीं-कहीं गर्जन और बिजली चमकने के साथ मध्यम वर्षा हो सकती है। हालांकि मंगलवार से फिर मौसम साफ रहने की संभावना है। इस दौरान तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।
गौरतलब है, कि पिछले दिनों बारिश कम होने के कारण मैदानी इलाकों क्षेत्रों में उमस भरी गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मैदानी इलाकों में तेज धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में सुबह-शाम तापमान में कमी देखने को मिलेगी।