भारतीय सिनेमा जगत की दिग्गज अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत की आने वाली फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज टाल दी गई है। फिल्म को बॉम्बे हाई कोर्ट से कोई राहत ना मिलने के बाद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, कि वह आजकल सबके निशाने पर हैं और यह कीमत उन्हें देश को जगाने के नाम पर मिली है।
कंगना रनौत ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “आज मैं सबका पसंदीदा निशाना बन गई हूँ, इस सोए हुए देश को जगाने के लिए आपको यही कीमत चुकानी पड़ती है। वे नहीं जानते कि मैं किस बारे में बात कर रही हूँ, उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं है, कि मैं इतनी चिंतित क्यों हूँ, क्योंकि वो लोग शांति चाहते हैं, वो किसी के साथ खड़े नहीं होना चाहते। वो कूल हैं, चिल हैं।”
Today I have become everyone’s favourite target, this is the price you pay for awakening this sleeping nation, they don’t know what I am talking about they have no clue why I am so concerned, because they want peace, they don’t want to take sides. They are cool, you know…
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 4, 2024
उन्होंने आगे कहा, “काश सीमा पर खड़े उस बेचारे सैनिक को भी शांत रहने का यही विशेषाधिकार मिलता होता, काश उसे किसी का पक्ष ना लेना पड़ता, और पाकिस्तानियों -चीनियों को अपना दुश्मन ना मानना पड़ता। वह आपकी रक्षा कर रहा है जबकि आप आतंकवादियों या देशद्रोहियों को लेकर अच्छी बातें कर सकते हैं।”
कंगना ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, “काश वो युवती जिसका अपराध मात्र इतना था, कि वो सड़क पर अकेली थी और उसके साथ बलात्कार हुआ, वो शायद एक शांत और दयालु इंसान थी जो मानवता में विश्वास करती थी, लेकिन क्या उसकी मानवता का मोल उसे मिला? काश सभी लुटेरे और अपराधी भी इस शांत और सोई हुई पीढ़ी की तरह ही प्यार और स्नेह रखते लेकिन जिन्दगी की सच्चाई और है। चिंता मत करिए लेकिन वो आपके भी पीछे आ रहे हैं, हम अगर शांत हुए तो वो आपको भी निशाना बनाएँगे, और तब तुम्हे हमारी याद आएगी।”
बता दें, कि कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी को बॉम्बे हाई कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। बॉम्बे हाई कोर्ट में फिल्म के निर्माताओं ने केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड (CBFC) के विरुद्ध याचिका दाखिल की है। इमरजेंसी फिल्म के निमाताओं ने कोर्ट को बताया, कि सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म का प्रमाण पत्र दे दिया है, लेकिन वे इसे जारी नहीं कर रहे।
इमरजेंसी फिल्म के निर्माताओं ने इस फिल्म को तुंरत प्रमाण पत्र दिए जाने की अपील की है। बुधवार (4 सितम्बर 2024) को बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते फिल्म की रिलीज को लेकर कोई राहत तो नहीं दी है। हालांकि कोर्ट ने इस मामले में सेंसर बोर्ड 18 सितम्बर, 2024 को तक निर्णय करने का वक्त दिया है।
इस मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा, “हम इसके चलते कोई निर्देश पारित करने में नहीं कर पा रहे, क्योंकि इस मामले में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने जबलपुर सिख संगत की आपत्तियों पर ध्यान देने के आदेश केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड को दिए है। कोर्ट ने कहा, यदि हम केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड को प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश देते हैं, तो यह मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन होगा।”