भारत में एमपॉक्स वायरस का पहला मामला सामने आया है और इसे यात्रा-संबंधी संक्रमण के रूप में सत्यापित किया गया है। एमपॉक्स का पहला मामला भारत में आने के बाद केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा है, ‘एक युवा पुरुष मरीज, जो हाल ही में एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) संक्रमण से जूझ रहे देश से स्वदेश लौटा था, उसकी पहचान एमपॉक्स के संदिग्ध मामले के तौर पर की गई है।
न्यूज एजेंसी ANI की एक्स पोस्ट के अनुसार, इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया, कि भारत में एमपॉक्स का एक अलग मामला सामने आया है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा घोषित हेल्थ इमरजेंसी का हिस्सा नहीं है, लेकिन इसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
A young male patient, who recently travelled from a country currently experiencing Mpox (monkeypox) transmission, has been identified as a suspect case of Mpox. The patient has been isolated in a designated hospital and is currently stable. Samples from the patient are being… pic.twitter.com/2DUNueIZWr
— ANI (@ANI) September 8, 2024
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, एक मरीज में वेस्ट अफ्रीकन क्लैड 2 के एमपॉक्स वायरस को चिन्हित किया गया था और उसे बीते दिन निर्धारित अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया। यह मामला जुलाई 2022 के बाद भारत में रिपोर्ट किए गए पहले के 30 मामलों के मुकाबले एक अलग मामला है और फिलहाल स्वास्थ्य आपातकाल (डब्ल्यूएचओ द्वारा रिपोर्ट) का हिस्सा नहीं है, जो कि एमपीओएक्स के क्लैड 1 के संबंध में है।
जानकारी के अनुसार, एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस का नया वेरिएंट है, जो ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस का एक प्रजाति है। इस वायरस की पहचान वैज्ञानिकों ने पहली बार 1958 में की थी जब बंदरों में “पॉक्स जैसी” बीमारी का प्रकोप हुआ था। एमपॉक्स के लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों का दर्द, ठंड लगना, सिरदर्द, पीठ दर्द, थकान पानी वाले बड़े और दर्दनाक दाने लिम्फ नोड्स में सूजन शामिल है।
हालांकि मंकीपॉक्स के मामले अभी भारत में नहीं फैले हैं, लेकिन विदेश यात्रा से जुड़े मामलों के चलते सतर्कता बरती जा रही है। भारत में मंकीपॉक्स का यह पहला मामला है, हालांकि सरकार इसे नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठा रही हैं। ऐसे में जरूरी है, कि नागरिक जागरूक रहे और वक्त पर लक्षणों को पहचाने और किसी भी प्रकार के संभावित संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करे।