उत्तराखंड में शराब की दुकानों में ओवर रेटिंग पर अंकुश लगाना आबकारी विभाग के लिए हमेशा से कठिन कार्य रहा है। राज्य सरकार के अंतर्गत आने वाले देशी व विदेशी मदिरा की दुकानों में ओवर रेटिंग का सिलसिला आबकारी विभाग के अधिकारियों की मौन सहमति के साथ बदस्तूर जारी है। आबकारी विभाग की लापरवाही के चलते शराब की दुकानों पर मनमानी कीमत वसूली जा रही है।
उल्लेखनीय है, कि आबकारी विभाग ठेकों पर हो रही खुलेआम ओवररेटिंग को रोक पाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। इसी बीच प्रदेश में शराब की दुकानों पर ओवररेटिंग की शिकायतों पर ने कड़ा संज्ञान लेते हुए देहरादून डीएम, एसडीएम और एडीएम की टीम ने शहर की चार दुकानों पर ओवर रेट शराब बेचने के आरोप में ढाई लाख रुपये का चालान किया है।
जिलाधिकारी, देहरादून सविन बंसल को लगातार ओवर रेटिंग की शिकायतें मिल रही थी, कि शहर में शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग की समस्या रुकने का नाम नहीं ले रही है। सेल्समैन ग्राहकों को 10 से 20 रुपये अधिक चार्ज कर रहे हैं। बीते बुधवार की शाम डीएम स्वयं अपने निजी वाहन से ओल्ड मसूरी रोड स्थित एक शराब की दुकान पर पहुंचे और ग्राहक बनकर दुकान से शराब खरीदी।
देहरादून में शराब की दूकानों में ओवर रेट शराब बेची जा रही थी बुधवार रात जिलाधिकारी सविन बंसल ने ओल्ड मसूरी रोड और राजपुर रोड मार्केट स्थित शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण किया और दुकान का 50 हजार का चालान किया……. #HNN24x7 #DMDehradun #wineshop #savinbansal #dehradundm pic.twitter.com/sfLg48VD1f
— HNN24X7 (@HNN24X7) September 19, 2024
इस दौरान दुकानदार ने डीएम को प्रिंट रेट 660 रुपये की बोतल को 680 रुपये में बेचा। जिलाधिकारी बंसल ने जब सेल्समैन को बोतल में प्रिंट एमआरपी के बारे में पूछा, तो वह उल्टा उनसे ही झगड़ पड़ा, हालांकि जब सेल्समैन को पता चला, कि शराब खरीदने वाला कोई आम ग्राहक नहीं बल्कि देहरादून के जिलाधिकारी हैं, तो उसके होश उड़ गए।
इसके बाद जिलाधिकारी शराब के ठेके के अंदर पहुंचे और स्टॉक रजिस्टर आदि की जांच की। जिलाधिकारी ने ओवर रेटिंग पर सख्त नाराजगी जताई और कार्रवाई करते हुए शराब ठेका संचालक पर 50,000 का जुर्माना लगाया। इस दौरान ओवर रेटिंग की प्रशासन ने वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई। डीएम ने अन्य ग्राहकों से भी बातचीत की, जिन्होंने पुष्टि की, कि सभी दुकानदार शराब को ओवर रेट पर बेच रहे हैं।
इसी क्रम में एडीएम और एसडीएम ने जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। चूना भट्टा और सर्वे चौक स्थित दुकानों पर 75 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया, जबकि जाखन स्थित दुकान पर 50 हजार रुपये का चालान किया गया। निरीक्षण में यह भी पाया गया, कि शराब की दुकानों में सेल्समैन का व्यवहार ग्राहकों के प्रति अत्यंत खराब था।
जिलाधिकारी ने स्वयं अनुभव किया, कि शराब के ठेके पर छापेमारी के दौरान जैसा व्यवहार किया, इस तरह का व्यवहार सेल्समैन अन्य नागरिकों के साथ भी कर रहे थे। ग्राहकों ने बताया, कि ओवरराइडिंग आम है और एमआरपी का जिक्र करने पर सेल्समैन मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। वहीं आबकारी आयुक्त ने कहा, कि शराब कारोबार में मानकों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।