खाद्य पदार्थो में थूकने की घिनौनी घटनाओं पर कड़ा संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री धामी के सजग नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत के निर्देश पर खाद्य संरक्षा विभाग ने भी इसे लेकर विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है। इस प्रकार की घटनाओं में संलिप्त पाए जाने पर दोषी से 25 हजार से लेकर एक लाख का जुर्माना वसूला जायेगा।
गौरतलब है, कि बीते कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर टी-स्टाल, होटल और ढाबा जैसे व्यवसायिक संस्थानों में खाद्य पदार्थों में थूकने की घटनाओं का स्वयं सीएम धामी द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद एवं उनके निर्देशानुसार पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को ऐसे मामलों में सख्त कार्यवाही करने के आदेश जारी किये है।
पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व समस्त जनपदों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, कि वे होटल/ढाबा एवं अन्य व्यावसायिक संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों का शत-प्रतिशत सत्यापन सुनिश्चित किया जाये। साथ ही, इन संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के लिए संचालको को प्रोत्साहित किया जाए। इसके अलावा खुले स्थानों पर चल रहे फ़ूड स्टालों के खाद्य कारोबारियों पर विशेष ध्यान देने के लिए स्थानीय अभिसूचना इकाई की मदद ली जाएगी।
गौरतलब है, कि इस दिशा में पहली कार्यवाही मसूरी क्षेत्र में की गई, जहां अभियुक्तों के खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की गई। इसके साथ ही स्वास्थ्य एवं खाद्य विभाग के साथ समन्वय बनाते हुए रैंडम चेकिंग की जाएगी। इन अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए उत्तराखंड पुलिस एक्ट की धारा 274 और उत्तराखंड पुलिस एक्ट की धारा 81 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया जाएगा।
आदेशानुसार, यदि इस प्रकार की घटनाओं से धार्मिक, मूलवंशीय या भाषायी भावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, तो धारा 196 (1) (बी) अथवा 299 के अंतर्गत भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। पुलिस महानिदेशक ने कहा, कि स्वास्थ्य और खाद्य विभाग, नगर निगम, जिला पंचायत और स्थानीय संस्थाओं के सहयोग से जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, ताकि इस प्रकार की घटनाओं को पूरी तरह से रोका जा सके।
उन्होंने कहा, कि इस तरह के किसी दुष्कृत्य के लिए उत्तराखंड में कोई स्थान नहीं है। यदि कोई इस तरह की हरकतें करते हुए पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। पुलिस महानिदेशक ने कहा, कि इस तरह की घटनाओं से न केवल खाद्य पदार्थ दूषित होते हैं अपितु भावनाएँ भी आहत होती हैं। इस तरह की घटनाओं पर हम कठोर कार्यवाही करेंगे।
इसी बीच बीते बुधवार को राजधानी देहरादून में एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में पटेलनगर क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान 135 संचालक जिनके प्रतिष्ठानों में गंदगी पाई गई उनके विरुद्ध चलानी कार्रवाई की गयी। वहीं 127 व्यक्तियों का सत्यापन नहीं कराए जाने पर उन्हें थाने लाया गया।
👮♀️राजधानी में चला व्यापक स्तर पर चैकिंग अभियान
⭐️एसएसपी देहरादून द्वारा अभियान की अगुआई करते हुए पटेलनगर क्षेत्र में चलाया चेकिंग अभियान
135 संचालक जिनके प्रतिष्ठानों में गंदगी पाई गई उनके विरुद्ध चलानी कार्रवाई की गयी
127 व्यक्तियों का सत्यापन नहीं कराए जाने पर लाया गया थाने pic.twitter.com/6Ibem6Zaed
— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) October 16, 2024