पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह की YouWeCan फाउंडेशन द्वारा ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए बनाए गए एक भद्दे पोस्टर ने सोशल मीडिया पर बवाल खड़ा कर दिया है। इस विज्ञापन में महिलाओं की ब्रेस्ट के लिए संतरा शब्द उपयोग किया हुआ है। इस पोस्टर में लिखी गई पंक्ति में कहा गया है,- “महीने में एक बार अपने संतरों को चेक करते रहे। इससे जिंदगी बच सकती है।”
वहीं इस पोस्टर पर विवाद खड़ा होने के बाद दिल्ली मेट्रो ने गुरुवार को बताया है, कि उसने स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए लगाए गए उस पोस्टर को हटा दिया है। हालाँकि, अब पोस्टर में प्रयोग किये गए विवादित शब्द पर सोशल मीडिया पर लोग युवराज सिंह की कड़ी आलोचना कर रहे हैं।
दरअसल, यूवी कैन फाउंडेशन के एक पोस्टर में लिखा गया है, कि ‘हर महीने एक बार अपने ‘संतरे’ चेक करें। पोस्टर में एक महिला को बस में खड़े दिखाया गया है, जिसके हाथ में दो संतरे हैं, जबकि कई बुजुर्ग महिलाएं बस में बैठी हुई हैं। पोस्टर में बुजुर्ग महिलाओं में से एक के पास संतरे का एक डिब्बा है। अब इसी विवादित पोस्टर पर हंगामा मच गया है।
How will a country raise Breast Cancer Awareness is we can’t even call breasts what they are. Saw this at Delhi Metro and like what the hell? Check your oranges? Who makes these campaigns, who approves them? Are we governed by such dumb people that they let this poster become… pic.twitter.com/YAZ5WYSxXf
— Confusedicius (@Erroristotle) October 22, 2024
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों का कहना है, कि आखिर कैसे कोई ब्रेस्ट कैंसर पर जागरूकता फैलाने के नाम पर ऐसी अभद्रता कर सकता है। लोगों द्वारा यह भी पूछा जा रहा है, कि यदि पोस्टर ब्रेस्ट कैंसर का उल्लेख था, तो संतरे दिखाने की जरूरत क्या थी? क्या हमारा समाज इतना भी नहीं सहज है, स्तन को स्तन कह सकें।
वहीं दिल्ली मेट्रो में इस पोस्टर को लगाए जाने पर सवाल खड़े किये जा रहे है, कि किस विक्षप्त व्यक्ति ने ऐसे विज्ञापन लगाए और किसने इसे लगाने की मंजूरी दी? ब्रेस्ट कैंसर कितना घातक है, इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि वर्ष 2022 में ब्रेस्ट कैंसर से 6,70,000 महिलाओं की जान गई है और ये लोग मजाक बनाने पर लगे हैं।
Shame on @OfficialDMRC.
Which Psycho- sexist- sicko designed this ad and then which “metro official” approved it ? Your marketing head should be sacked for this cheap thrill sexist ad approval ! The creative agency must be named and shamed too !
Breast cancer is deadly, it… pic.twitter.com/ZxfnzyqVau— Sujata Pandey 🇮🇳 (@sujatapandeyb) October 23, 2024
वहीं पोस्टर पर विवाद खड़ा होने बाद दिल्ली मेट्रो ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि वो लोग विज्ञापन देने वाले के साथ संपर्क में हैं। ऐसे विज्ञापन मेट्रो परिसर से हटवाने के लिए एक्शन लिया जा रहा है। उन्होंने ये भी बताया, कि जिस विज्ञापन को लेकर विवाद हुआ है, वो विज्ञापन येलो लाइन की सिर्फ एक ट्रेन पर लगा था जिसे अब हटा दिया गया है।
वहीं यूवीकैन फाउंडेशन की ट्रस्टी पूनम नंदा ने कहा है, कि हमने 30,0000 महिलाओं को इसे लेकर शिक्षित किया है। अगर संतरा के इस्तेमाल से लोगों के स्वास्थ्य पर बात हो सकती है, तो इसका इस्तेमाल एकदम सही है। भारत में ब्रेस्ट के बारे में बात करना संवेदनशील हो सकता है। इसलिए ऐसे विजुअल बनाए जाते हैं, कि बात भी रखी जा सके और लोगों को आपत्ति भी न हो।