पौड़ी पुलिस ने फर्जी को-ऑपरेटिव सोसाइटी के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की जालसाजी करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया, कि आरोपी पूरे राज्य में निवेश के नाम पर फर्जी सोसायटी चला रहे थे। फर्जी को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने उत्तराखंड में 92 करोड़ रुपये की ठगी करने के अलावा अन्य राज्यों में भी 200 करोड़ रुपये का गबन किया है।
एसएसपी ने बताया, कि कोटद्वार निवासी तृप्ति नेगी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, कि (LUCC) की दुगड्डा शाखा के मैनेजर विनीत सिंह और कैशियर प्रज्ञा रावत ने उनके साथ ठगी की है। धोखाधड़ी की शिकार महिला का आरोप है, कि आरोपियों ने आरडी खाता खोलने के नाम पर उनसे पैसे तो ले लिए, लेकिन इसके एवज में न तो कोई बॉन्ड दिया गया और न ही पैसे को सही से जमा किया गया।
तृप्ति नेगी ने कोटद्वार में LUCC सोसाइटी के दुगड्डा शाखा के मैनेजर और कैशियर पर आरडी के नाम पर पैसे लेकर जमा न करने पर पौडी पुलिस में शिकायत की, पौडी पुलिस ने 5 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए और 2 फॉर्च्यूनर कारें बरामद हुईं। pic.twitter.com/V8MdKwOGCs
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) October 28, 2024
पौड़ी एसएसपी के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार की अध्यक्षता में मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान खुलासा हुआ, कि गिरीश चन्द्र सिंह बिष्ट ने वर्ष 2016 में आईडीपीएल ऋषिकेश में LUCC कंपनी/सोसाइटी की पहली ब्रांच खोली थी। गिरीश ने मोटे मुनाफे का लालच देकर आम लोगों को इसमें निवेश के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उत्तराखंड में LUCC की लगभग 35 शाखाएं खोली गईं, जिनमें पौड़ी, कोटद्वार, सतपुली, श्रीनगर समेत कई अन्य जिलों में शाखाएं शामिल हैं।
इसके साथ ही देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी और टिहरी के अलावा अन्य राज्यों में भी फर्जी को-ऑपरेटिव सोसाइटी के नाम पर 200 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की गई। एसएसपी ने बताया, कि कंपनी पर 92 करोड़ की देनदारी है। सोसायटी/कपंनी का संचालक पहले लखनऊ में रहता था। हालाँकि अब वो दुबई फरार हो गया है।