मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप राव जाधव ने गुरुवार 12 दिसंबर 2024 को देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित चार दिवसीय 10वें आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो का शुभारंभ किया। बता दें, कि विश्व आयुर्वेद सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका और इटली समेत तमाम देशों से डेलीगेट्स शामिल हुए हैं।
#WATCH | Dehradun, Uttarakhand: CM Pushkar Singh Dhami inaugurated the 10th World Ayurveda Congress and Arogya Expo at Parade Ground in Dehradun pic.twitter.com/W8Cirrg4zq
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 12, 2024
उत्तराखंड में पहली बार आयोजित वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान आयुष के विशेषज्ञों द्वारा अपने महत्वपूर्ण विचार रखे गए। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया, कि पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान को आधुनिक तकनीकी से जोड़ा जाए, ताकि नागरिकों को प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति का लाभ प्राप्त हो सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि ये हमारे लिए गर्व की बात है, कि देवभूमि उत्तराखंड में आयोजित 10वें विश्व आयुर्वेद सम्मेलन एवं आरोग्य एक्सपो में 50 से अधिक देशों के डेलीगेट्स ने प्रतिभाग किया है। उन्होंने कहा, ये सम्मेलन शोध को साझा करने के साथ ही व्यापार को बढ़ावा देने में कारगर साबित होगा। प्रदेश में पाई जाने वाली जड़ी बूटियां, आरोग्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
सीएम धामी ने कहा, आयुर्वेद सिर्फ जड़ी बूटियों तक सीमित नहीं है, बल्कि स्वस्थ जीवन जीने की एक कला है। आयुर्वेद का उद्देश्य रोगों को ठीक करना ही नहीं, बल्कि रोगों को होने से रोकने के साथ ही रोग को जड़ से समाप्त करना है। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “उन्होंने आयुर्वेद के इस वैश्विक सम्मेलन को देहरादून में कराने का निर्णय लिया। इस सम्मेलन में 50 देशों के प्रतिनिधि प्रतिभाग कर रहे हैं।”
"आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने आयुर्वेद के इस वैश्विक सम्मेलन को देहरादून में कराने का निर्णय लिया। इस सम्मेलन में 50 देशों के प्रतिनिधि प्रतिभाग कर रहे हैं।": मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी pic.twitter.com/c9sOaPtLNl
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) December 12, 2024
मुख्यमंत्री ने कहा, कि पूरे देश में प्रकृति परीक्षण का कार्य चल रहा है। इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार भी प्रदेश में आयुष को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। इसके तहत, राज्य के सभी जिलों में 50 बेड का एक आयुष हॉस्पिटल बना रहे हैं। देश की पहली योग नीति को लागू करने पर काम किया जा रहा है, जो स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति लाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस अवसर पर केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री प्रताप राव ने अपने संबोधन में कहा, कि आयुर्वेद को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। इस सम्मेलन के लिए 6 हजार से अधिक लोग रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। लिहाजा इस चार दिवसीय सम्मेलन में लगभग 30 हजार लोग शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, कि इस तरह के कार्यक्रम होने से देश की प्राचीन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद दुनिया के हर कोने में जाएगी। इसी दिशा में उनका मंत्रालय कार्य कर रहा है, क्योंकि इसी तरह के तमाम कार्यक्रम देश के तमाम हिस्सों में किये जा रहे हैं। ताकि लोगों तक आयुर्वेद को पहुंचाया जा सके।