पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों और उत्पीड़न पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा, “हमने अपनी चिंताओं की ओर बांग्लादेश का ध्यान आकर्षित किया है। हाल ही में विदेश सचिव ने ढाका का दौरा किया था। यह विषय उनकी बैठकों में उठा था और हमारी उम्मीद है, कि बांग्लादेश अपने हित में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करेगा।”
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बीते शुक्रवार को लोकसभा में कहा, कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रही हिंसा भारत के लिए बेहद चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, भारत को उम्मीद है, कि बांग्लादेश में नई सरकार भारत के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी स्थिर संबंध स्थापित करेगी।
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India's EAM @DrSJaishankar expressed concern over the growing unrest in #Bangladesh. During @VikramMisri's recent visit to #Dhaka, the issue was discussed extensively with Bangladeshi officials. The minister also emphasized the strong development ties under the… pic.twitter.com/j6OR13LIuO
— The Bharat Current (@thbharatcurrent) December 13, 2024
भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने संसद में कहा, कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हिंसात्मक व्यवहार चिंता का विषय रहा है, क्योंकि उन पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं। हमने अपनी चिंताओं की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा, कि बांग्लादेश में विकास परियोजनाओं का भारत का अच्छा इतिहास रहा है।
विदेश मंत्री ने कहा, ”वास्तव में जब हम ‘पड़ोस पहले’ की नीति की बात करते हैं, तो पाकिस्तान और चीन को छोड़कर लगभग हर पड़ोसी देश में हमने महत्वपूर्ण विकास परियोजनाएं शुरू की हैं और बांग्लादेश के मामले में भी यही स्थिति है। हमें आशा है कि बांग्लादेश में नई व्यवस्था के तहत हम दोनों मिलकर अपने संबंधों को ठीक करेंगे।”
गौरतलब है, कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे लगातार हमलों के कारण स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। वहीं मौजूदा अंतरिम सरकार का गैरजिम्मेदाराना रवैया बांग्लादेश में हिंदू समाज की स्थिति को और खराब बना रहा है। शेख हसीना सरकार के पांच अगस्त को तख्तापलट के बाद से बांग्लादेश में अराजकता का माहौल है। बीते चार महीनों में अल्पसंख्यक हिंदू समाज पर 200 से अधिक हमले हो चुके हैं।