लोकसभा अध्यक्ष ने संसद के मकर द्वार के नजदीक हुई धक्का-मुक्की की घटना के बाद बड़ा फैसला लेते हुए संसद के किसी भी प्रवेश द्वार पर किसी भी सांसद अथवा सियासी पार्टी के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। दरअसल, बीते गुरुवार को भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों के बीच हुई धक्कामुक्की की घटना के बाद लोकसभा अध्यक्ष ने यह निर्णय लिया है।
बता दें, कि बाबासाहेब आंबेडकर से जुड़े मुद्दे पर विपक्ष और सत्तापक्ष के सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान जब दोनों दलों के नेताओं का आमना -सामना मकर द्वार पर हुआ, तो उनके बीच धक्का-मुक्की भी हुई। भाजपा का आरोप है, कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी के सांसदों के साथ धक्कामुक्की की, जिसके चलते भाजपा के बुजुर्ग सांसद प्रताप सारंगी चोटिल हुए।
After the scuffle outside the #Parliament, Lok Sabha Speaker #OmBirla has issued strict instructions that no political party will hold any demonstration at the building gates of the House, sources said.
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— The Times Of India (@timesofindia) December 19, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रताप सारंगी को बहुत ज्यादा रक्तस्राव और गहरा घाव होने के कारण उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां सिर में चोट लगने के कारण उन्हें एतिहात के तौर पर आईसीयू में शिफ्ट किया गया। बता दें, कि संसद भवन परिसर में धक्का-मुक्की मामले में राहुल गांधी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं कांग्रेस द्वारा की गई शिकायत पर पुलिस अभी विचार कर रही है।
भाजपा की सांसद बांसुरी स्वराज, हेमंग जोशी और अनुराग ठाकुर की शिकायत पर संसद मार्ग थाने में राहुल गाँधी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में बीएनएस की धारा 117 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने का कार्य), 131 (आपराधिक बल का प्रयोग), 351 (आपराधिक धमकी) और 3(5) (सामान्य इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।