बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद हिन्दुओं के खिलाफ इस्लामी कट्टरपंथियों की हिंसा थमने का नाम ही नहीं ले रही है। बीते कुछ ही महीनों में ही बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समाज को हजारों हिंसात्मक हमले झेलने पड़े हैं। हिन्दू समाज, मंदिरों और संतो को भी निशाना बनाया जा रहा हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीते चार दिनों के भीतर बांग्लादेश के विभिन्न इलाकों के धार्मिक स्थलों में स्थापित 8 मूर्तियों को खंडित किया गया है। इन हमलों के बाद कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति करते हुए एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है जबकि बाकी हमलावरों की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
Last night, Islamists vandalized the idols in a temple in #Bangladesh. They destroyed five idols of deities at the Ghasibari Puja Mandap.
Location: Satgram, Jharbari, Birganj, #Dinajpur, #Rangpur.#SaveBangladeshiHindus #AllEyesOnBangladeshiHindus #SaveHindus@RadharamnDas pic.twitter.com/KaeRCkOC2n
— Sanatan Voice 🇧🇩 (@SanatanVoice_in) December 18, 2024
रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश के मैमेनसिंह जिले में स्थित हलुआघाट उपजिला में बुधवार-गुरुवार (19 दिसम्बर, 2024) को दो हिंदू मंदिरों में तीन मूर्तियाँ तोड़ी गईं। बन्दरपुरा में स्थित एक मंदिर में दो मूर्तियों को खंडित किया गया है। वहीं इलाके की पुलिस मूर्तियों को अपमानित करने वाले आरोपितों को पकड़ नहीं पाई है और इस घटना में शामिल अपराधी उसकी गिरफ्त से बाहर चल रहे है।
इसके अलावा हलुआघाट क्षेत्र के ही पोलाशकांडा इलाके में स्थित काली मंदिर में भी एक मूर्ति को तोड़ दिया गया। इस मामले में मंदिर समिति ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस ने दूसरी घटना में शामिल आरोपी अलाल उद्दीन को गिरफ्तार किया है।
बता दें, कि इससे पहले बांग्लादेश के दिनाजपुर स्थित झरबारी काली मंदिर पर भी हमला हुआ था। इस मंदिर में स्थापित 5 मूर्तियों को तोड़ दिया गया। इस हमले का आरोप कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों पर लगाया गया है। वहीं इस मामले में भी किसी आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित नहीं की गई है।
उल्लेखनीय है, कि विदेश मंत्रालय ने बीते शुक्रवार (20 दिसम्बर, 2024) को राज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में बताया है, कि वर्ष 2024 में बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ 2200 हिंसक घटनाएँ हुई हैं। इन घटनाओं में 2024 में 700 फीसदी की दर से वृद्धि हुई है।
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी, कि वर्ष 2022 में बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा की 47 जबकि 2023 में 300 घटनाएँ हुई थी। वहीं पाकिस्तान में 2024 में हिंदूओं के खिलाफ हिंसा के 112 मामले सामने आए हैं। 2023 में पाकिस्तान में 103 जबकि 2022 में 241 मामले सामने आए थे।