उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। जिसके चलते दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी हुई है और गर्मी का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग ने उधम सिंह नगर और हरिद्वार में घना कोहरा छाने की संभावना व्यक्त करते हुए दोनों जनपदों में येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 31 जनवरी तक मौसम शुष्क बना रहेगा।
गौरतलब है, कि उत्तराखंड में पिछले दिनों तापमान में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में पाला पड़ने के कारण सुबह के समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दोपहर के वक्त चटख धूप सर्दी से राहत दे रही है, लेकिन सुबह और शाम के समय ठंडी हवाएं चलने से ठिठुरन भरी ठंड हो रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह के अनुसार, मंगलवार और बुधवार को प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। प्रदेश में फिलहाल 31 जनवरी तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। वहीं उधम सिंह नगर और हरिद्वार जनपद में मध्यम से घना कोहरा छाने के आसार हैं। देहरादून में सुबह के समय हल्का कुहासा छाया रह सकता है।
Forecast / Warning for Uttarakhand issued on 27.01.2025 pic.twitter.com/thus2pK86x
— Meteorological Centre Dehradun (@mcdehradun) January 27, 2025
उल्लेखनीय है, कि देहरादून में पिछले एक हफ्ते में कहीं-कहीं हल्के बादल मंडराते रहे लेकिन बारिश कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आई, जिसके चलते तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। जनवरी के महीने में अब तक सामान्य से 83 फीसदी कम बारिश हुई है, इस वजह से पहाड़ों से लेकर मैदान तक सर्दी का असर कम हो रहा है।
वहीं उत्तराखंड में बारिश नहीं होने का असर जल संसाधनों और कृषि पर भी पड़ रहा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है, कि सर्दियों में बारिश की कमी और सामान्य से अधिक तापमान प्रदेश के जल संसाधनों और कृषि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की कमी नदियों, झीलों और खेती के लिए एक गंभीर समस्या बन सकती है।
दरअसल, अब पहाड़ी क्षेत्रों में भी तपिस महसूस की जा रही हैं और यहां की जलवायु धीरे-धीरे परिवर्तित हो रही है। स्थिति ये है, कि इस साल सर्दियों में अभी तक सिर्फ दो दिन बारिश हुई है। जबकि पूरा शीतकाल शुष्क गुजरा है। जिससे पहाड़ जैव विविधता बेहद बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। जनवरी में बुरांश का खिलना और काफल का पकना भी चिंतनीय स्थिति पेश कर रहा है।