रविवार (2 फरवरी 2025) को बसंत पंचमी के पर्व पर देशभर में भक्तिमय माहौल है। धर्मनगरी हरिद्वार में बसंत पंचमी के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालु सुबह तड़के ब्रह्म मुहूर्त से आस्था की डुबकी लगा रहे है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर घाट पर जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो।
बसंत पंचमी के मौके पर श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान कर पुण्य अर्जित कर रहे है। हरिद्वार में हर की पैड़ी पर भी सुबह 4 बजे से श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए पहुंच रहे है। बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन गंगा में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। हर की पैड़ी पर पहुंच रहे श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद दान पुण्य करते हैं।
#WATCH | Uttarakhand: Devotees take a holy dip in river Ganga at Har Ki Pauri in Haridwar, on #BasantPanchami pic.twitter.com/bByUn7cyzZ
— ANI (@ANI) February 2, 2025
बसंत पंचमी पर पीली वस्तुएं दान की जाती हैं। मान्यता है कि गंगा में स्नान कर मां सरस्वती की आराधना करने से बुद्धि बल और प्रतिभा बढ़ती है। बसंत पंचमी के पावन पर्व पर हरिद्वार में विशेष आस्था और श्रद्धा का माहौल है। हरिद्वार में श्रद्धालुओं की सबसे अधिक भीड़ हरकी पैडी ब्रह्मकुंड पर उमड़ रही है।
गंगा स्नान और सूर्य आराधना के बाद मंदिरों की परिक्रमा की और पूजन और दान दक्षिणा भी दी गई। बसंत पंचमी पर्व ऋतु परिवर्तन का भी पर्व है। पंचमी पर्व पर जनेऊ संस्कार और मुंडन संस्कार आयोजित किए जाते है। बसंत पंचमी पर्व पर गंगा के तट पर दान, तप, स्नान और यज्ञ करने की परंपरा है।
उल्लेखनीय है, कि इस वर्ष बसंत पंचमी का पर्व 2 फरवरी 2025 को मनाया जा रहा है। हालांकि कुछ श्रद्धालु 3 फरवरी को भी बसंत पंचमी मनाएंगे। महाकुंभ का अमृत स्नान भी 3 फरवरी को ही होना है। बसंत पंचमी का त्योहार पूरे देश में विभिन्न रीति-रिवाजों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। इस दिन नदियों में स्नान का भी अपना अलग महत्व है।