उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के सेलाकुई स्थित राजा रोड पर निर्माणाधीन भवन में एक पीआरडी का जवान स्वयं को एमडीडीए का अफसर बताकर अवैध वसूली करते हुए पकड़ लिया गया। पीआरडी का जवान निर्माणाधीन भवन के नक्शे और अवैध निर्माण के नाम पर लोगो से रुपयों की मांग कर रहा था। आरोपी जवान का नाम राजकुमार है।
सेलाकुई थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, पीआरडी के जवान राजकुमार ने भवन निर्माण करा रहे एक व्यक्ति को एमडीडीए की कार्यवाही का भय दिखाकर पांच हजार ठग लिए। इसके बाद राजकुमार राजा रोड स्थित शिव प्रसाद नामक व्यक्ति के निर्माणाधीन भवन में पंहुचा। और खुद का परिचय एमडीडीए का अफसर बताकर भवन स्वामी से नक्शा दिखाने को कहा। इसके साथ ही अवैध निर्माण का भय दिखाकर रुपयों की मांग की।
खुद को एमडीडीए का अधिकारी बताने वाले राजकुमार को बिना दल बल के निरिक्षण और साथ में अन्य कोई स्टाफ ना देखकर भवन निर्माण करवा रहे शिव कुमार के मन में संदेह उत्पन्न हो गया। आरोपी से यह पूछने पर,कि वह अकेले क्यों निरिक्षण करने आये है। आरोपी राजकुमार ने कहा, कि वह एमडीडीए के निरीक्षण दल का प्रभारी है, और वह अकेले ही काम करता है। राकुमार ने भवन स्वामी को कहा, कि रुपयों के एवज में वह भवन स्वामी को एमडीडीए की कार्यवाही से बचा सकता है।
उगाही का मकसद जानकार और राजकुमार की मंशा पर शक होने पर भवन में काम कर रहे लोगो ने राजकुमार को पकड़ लिया। खुद को कानून के चंगुल में फंसता देख राजकुमार उन लोगो के सामने गिड़गिड़ाने लगा, और उसने स्वीकार किया,कि वह एमडीडीए का अधिकारी नहीं है। वहा मौजूद लोगो ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया, जो तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो रहा है।
वायरल हो रहे वीडियो में एक व्यक्ति यह कह रहा है, कि कुछ देर पहले जवान ने उससे जबरन पांच हजार की वसूली की है। हालाँकि बताया जा रहा है, कि वसूली गयी रकम राजकुमार ने पकडे जाने के बाद उस व्यक्ति को लौटा दी थी। आरोपी पीआरडी जवान राजकुमार की तैनाती इससे पहले एमडीडीए में रह चुकी है। एमडीडीए के अधिकारियो के साथ निरीक्षण के दौरान राजकुमार ने निर्माणाधीन भवन की जांच के समय पूछे जाने वाले सवालो का अनुभव प्राप्त किया था, जिसका उपयोग वह निरीक्षण के दौरान अवैध वसूली के लिए करता था।