कोरोना आपदाकाल में साइबर क्राइम का ग्राफ बहुत बढ़ गया है। साइबर अपराधी नए – नए तरीके ईजाद कर आम से लेकर खास लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे है। साइबर अपराधी पिछले कुछ समय से यह खेल केवाईसी प्रक्रिया के नाम पर खेल रहे है। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक ने आम नागरिको को केवाईसी के नाम पर हो रही धोखाधड़ी से सतर्क रहने को कहा है।
.@RBI Kehta Hai.. Stay Alert!
Do not share your bank details such as PIN, CVV, OTP with anybody posing as RBI or bank representatives. #BeAware #BeSecure#rbikehtahai #StaySafehttps://t.co/mKPAIp5rA3 pic.twitter.com/EJVIswssxz— RBI Says (@RBIsays) August 12, 2021
भारतीय रिजर्व बैंक ने लोगो को आगाह करते हुए कहा है, कि वर्तमान समय में साइबर ठग केवाईसी के नाम पर ग्राहकों के साथ फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। आरबीआई ने कहा, कि लोग किसी अनजान व्यक्ति एवं संस्था के साथ अपने बैंक अकाउंट अथवा पासवर्ड जैसी अतिसवेंदनशील सूचनाएं शेयर ना करे। आरबीआई ने कहा, कि साइबर अपराधी केवाईसी को अपडेट कराने के नाम पर लोगों को फ़ोन करते है और इसके जरिए ठग ग्राहकों की निजी जानकारी प्राप्त कर उनके खाते की धनराशि को अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते है।
आरबीआई ने कहा, कि ऐसी कई शिकायतों की जानकारी सामने आयी है, जिनमे ग्राहक केवाईसी के नाम पर फर्जीवाड़े का शिकार हुए है। आरबीआई ने सभी बैंको को निर्देश दिए है, कि जिन बैंक खातों की केवाईसी प्रकिया पूरी नहीं हुई है, उन बैंक खातों के लेनदेन पर 31 दिसम्बर तक कोई रोक नहीं लगाई जाये।
दरअसल साइबर ठग बैंक के ग्राहक को मोबाइल फोन कॉल, एसएमएस अथवा ईमेल के जरिये उनके बैंक खाते की जानकारी मांगते है। अक्सर साइबर ठग अपनेआप को बैंक का कर्मचारी बताते है, और कहते है, कि अगर आपने केवाईसी की प्रक्रिया पूरी नहीं की तो उनका बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड अस्थायी रूप से बंद हो सकता है।
आरबीआई ने लोगो को सतर्क और सावधान रहने की अपील करते हुए कहा है, कि वह ऐसे फर्जी कॉल्स या मैसेज में अपनी बैंक खाते से जुड़ी अहम जानकारी किसी अनजान व्यक्ति से साँझा ना करें, विशेषकर डेबिट कार्ड नंबर, पासवर्ड, यूजर आईडी, PIN/ CVV/ OTP जैसी अतिसंवेदनशील सूचनाएं किसी भी सूरत में शेयर नहीं करे।
यदि आपके पास भी कोई केवाईसी से सम्बंधित मैसेज या फोन आता है, तो आप सवर्प्रथम इस संदेश को अपने बैंक से वेरीफाई कर लें। यदि बैंक की ओर से आपको इस प्रकार का कोई भी मैसेज किया हो, तो वह इस विषय पर आपको जानकारी दे देंगे। अन्यथा यदि बैंक इस प्रकार के मैसेज कि पुष्टि नहीं करता है, तो यह स्पष्ट है कि आपके साथ धोखाधड़ी का प्रयास किया जा रहा है।