पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट ‘डॉन‘ में सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर शहर में विद्रोहियों ने मोहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति को बम विस्फोट कर नष्ट कर दिया। न्यूज मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सबसे सुरक्षित इलाका माना जाने वाले मरीन ड्राइव पर जून में स्थापित मूर्ति को रविवार की सुबह धमाके से उड़ा दिया गया। धमाके से मोहम्मद अली जिन्ना का बुत पूरी तरह से नष्ट हो गया है।
The statue was erected early this year at Marine Drive which is considered a safe zone. Official sources said some militants planted an explosive device beneath the statue and blew it up.https://t.co/IkHL0spaqg
— Dawn.com (@dawn_com) September 27, 2021
बलूचिस्तान में चीन द्वारा संचालित परियोजनाओं का कड़ा विरोध कर रहे बलूच विद्रोही इमरान खान सरकार को लगातार झटका दे रहे है। यह विस्फोट पाकिस्तान के ग्वादर शहर में हुआ है, जहां चाइना-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर के अंतर्गत चीन अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है। प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन फ्रंट ने इस बम हमले की जिम्मेदारी ली है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, विद्रोहियों ने मूर्ति के ठीक नीचे बम फिट करके बाद में उसे धमाके से उड़ा दिया। बीबीसी उर्दू की की एक रिपोर्ट के अनुसार, बलूच रिपब्लिकन आर्मी के प्रवक्ता बबगर बलोच ने ट्विवटर पर ट्वीट कर धमाके की जिम्मेदारी ली है। मामले की उच्च स्तरीय जाँच की जा रही है, और अभी तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।
बात दे, कि वर्ष 2013 में बलूच विद्रोहियों द्वारा जियारत में अपने जीवन काल में मोहम्मद अली जिन्ना द्वारा उपयोग में लायी गई लगभग 121 वर्ष पुराने भवन धमाके से उड़ा दिया था। धमाके से लगी आग से इमारत में मौजूद ऐतिहासिक वस्तुए और फर्नीचर सहित अन्य सामान जलकर खाक हो गया था।
मोहम्मद अली जिन्ना वर्ष 1913 से 14 अगस्त 1947 के काल में पाकिस्तान की स्थापना तक ऑल इंडिया मुस्लिम लीग पार्टी के सुप्रीम लीडर रहे थे। इसके साथ ही 1948 में अपनी मौत होने तक वह पाकिस्तान के पहले गवर्नर जनरल रहे। तपेदिक रोग से ग्रसित जिन्ना ने अपने जीवन का अंतिम दिन इसी इमारत में बिताए थे। उनकी मौत के बाद पाकिस्तान ने इसे इमारत को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया था।