उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बीते गुरुवार को ब्रज के शूकर क्षेत्र सोरों को दीपावली के पर्व से पहले तीर्थस्थल का दर्जा दिए जाने की घोषणा की है। जनपद कासगंज में स्थित सूकर सोरों क्षेत्र को तीर्थस्थल घोषित किये जाने की माँग काफी दिनों से चर्चा में थी।
योगी आदित्यनाथ प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा, कि इस फैसले से तीर्थस्थल की प्राचीन धरोहरों को संरक्षित किया जा सकेगा और क्षेत्र के विकास साथ-साथ स्थानीय समाज को रोजगार के नए साधन भी उपलब्ध होंगे।
पवित्र ब्रज की भूमि में स्थित सूकर क्षेत्र, सोरों, पुरातन भारत का आदितीर्थ है। हिन्दू पौराणिक ग्रंथो में इस तीर्थस्थल का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता के अनुसार, सूकर क्षेत्र सोरों प्रभु विष्णु के तीसरे अवतार श्री वराह भगवान की निर्वाण स्थली है।
सोरों सूकर तीर्थ स्थित कुंड (हरिपदी गंगा) भगवान श्री वराह द्वारा स्वर्ग जाने का स्थान माना जाता है। इस दिव्य कुंड में मृत्यु के पश्चात अस्थियों के विसर्जन का विशेष महत्व है। इस दिव्य स्थान को देह त्याग के पश्चात् मोक्ष प्रदान करने वाला तीर्थस्थान माना जाता है।
सूकर क्षेत्र सोरों को तीर्थस्थल को तीर्थस्थल घोषित करने की मांग एक लंबे वक्त से संत-महात्माओं और विभिन्न हिन्दू संगठनों द्वारा की जा रही थी। प्राचीन तीर्थस्थल के रूप में मान्यता के फलस्वरूप इस पवित्र तीर्थ को संरक्षण से इसके अन्तर्गत आने वाले अन्य पौराणिक तीर्थों के जीर्णोद्धार में सहजता प्रदान होगी। गुरुवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विवटर पर एक पोस्ट के जरिये इस संबंध में सूचना दी।
#UPCM श्री @myogiadityanath जी ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए जनपद कासगंज स्थित सूकर क्षेत्र, सोरों को तीर्थस्थल के रूप में घोषित करने का निर्णय लिया है।@spgoyal@sanjaychapps1 @74_alok pic.twitter.com/AxHUE0A2L5
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 28, 2021