The RIMT होटल मैनेजमेंट संस्थान में एकदिवसीय साउथ इंडियन खाने की वर्कशॉप का आयोजन मास्टर शेफ श्री सचिन सिंह रावत के संरक्षण में आयोजित करवाया गया। इस वर्कशॉप का उद्देश्य संस्थान में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भारत की विभिन्नताओं से परिचय करवाना था।
महान देश भारत की सदियों से परंपरा रही है, कि वह संस्कृति, कला, व्यापार व खानपान की विविधताओं में समस्त दुनिया में सर्वश्रेष्ठ रहा है। साउथ इंडियन पाककला वर्कशॉप के अवसर पर संस्थान के संस्थापक और निदेशक श्री मितेश सेमवाल ने बताया, कि भारत आयुर्वेद विज्ञान की जननी होने के साथ-साथ समस्त विश्व को स्वास्थ्यवर्धक खान-पान व जीवनशैली युगो – युगो से देता आया है।
उन्होंने कहा, कि हमारे औषधीय व मसालों पर गहरी समझ के कारण हमें प्राचीन काल में सोने की चिड़िया भी कहा जाता था। इसके साथ ही भारत समस्त यूरोप व अमेरिका में आज भी सबसे ज्यादा कीमती मसाले व स्वास्थ्यवर्धक खान-पान का निर्यात करता है।
The RIMT संस्थान के निदेशक श्री मितेश सेमवाल ने बताया, कि उत्तराखंड से तैयार हो रहे होटलियर और शेफ पिछले कई वर्षों से दुबई, सिंगापुर, यूरोप, कनाडा और अमेरिका जैसे देशो में राष्ट्र का मान बढ़ा रहे है, और प्रतिवर्ष करोड़ों डॉलर की विदेशी मुद्रा भारत भेज रहे है। वर्कशॉप कार्यक्रम के उपरांत में सभी ने साउथ इंडियन पारंपरिक खाने का आनंद लिया।