स्विटज़रलैंड की बहुराष्ट्रीय कम्पनी नेस्ले (Nestle) ने किटकैट चॉकलेट के रैपर पर भगवान की तस्वीर छापकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इस कृत्य को हिन्दू धर्म का अपमान बताते हुए जोरदार तरीके से नेस्ले कंपनी का विरोध जताया। भारी विरोध के चलते चॉकलेट के रैपर पर हिन्दू देवी देवताओं की तस्वीर छापने से उपजे विवाद के बाद नेस्ले (Nestle) ने मांफी माँगी ली है। इसके अलावा कम्पनी ने ऐसे सभी उत्पादों को बाजार से वापस लेने की घोषणा की है।
We do understand the sensitivity of the matter and regret if we have inadvertently hurt anyone’s sentiment. With immediate action, we had already initiated the withdrawal of these packs from the market. We thank you for your understanding and support. (3/3)
— We Care At Nestlé (@NestleIndiaCare) January 17, 2022
नेस्ले ने ट्विटर पर सोमवार (17 जनवरी, 2022) को अपने आधिकारिक हैंडल लोगो से मांफी मागंते हुए लिखा कंपनी इस तरह के सारे प्रॉडक्ट को मार्केट से जल्द से जल्द वापस मंगा रही है। नेस्ले ने कहा, “ट्रैवल ब्रेक पैक का मकसद स्थानीय स्थलों के सौंदर्य को प्रदर्शित करना था। इसी वजह से ओडिशा की परम्परा को दिखने के लिए यूनिक आर्ट को दिखाने वाली डिजाइन का प्रयोग किया गया था।
@Nestle @kitkat Don't play Hindu's sentiment when Indu is playing with you then you understand what you can do stupid Nestle ???????????????? immediately remove this add to your cover pic.twitter.com/zCZ5cwEyxc
— RET. ARMY GOUTAM PRASAD(NATIONALIST)N.S.G?? (@goutam_bajarang) January 13, 2022
सोशल मीडिया के जरिये नेस्ले कंपनी की इस हरकत का विरोध करने वालों ने लिखा, कि चॉकलेट को खाने के बाद रैपर को कचरे के डिब्बे में फेंक दिया जाता है। चॉकलेट के रैपर पर भगवान जगन्नाथ सहित भगवान बलभद्र और माँ सुभद्रा की भी तस्वीर है। ऐसे में कंपनी ने हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचाई है। बता दें, कि नेस्ले कंपनी की इस हरकत पर ओडिशा समेत अन्य राज्यों के हजारों लोगों ने ट्विटर पर कंपनी को जमकर लताड़ लगाई है।