अगले महीने 14 फरवरी को होने वाले उत्तराखंड चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी क्रम में टिहरी से भाजपा विधायक धन सिंह नेगी ने आज गुरुवार को कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम लिया है। वही कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय बीजेपी में शामिल हो गए है।
नेताओं की अदला बदली से मची सियासी ‘उथल-पुथल’
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टिहरी से टिकट कटने की आशंका से नाराज चल रहे, धन सिंह नेगी ने पूर्व सीएम हरीश रावत की मौजूदगी में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है। टिहरी विधानसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस पार्टी में नेताओं की अदला-बदली से भारी सियासी उथल-पुथल देखने को मिल रही है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय गुरुवार को देहरादून में भाजपा चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजदूगी में भाजपा में शामिल हुए।
I have joined BJP with the spirit of taking Uttarakhand forward. You should ask Congress why such a situation has risen: Kishor Upadhyay after joining BJP in Dehradun#UttarakhandElections2022 pic.twitter.com/i7LIuJbL8Q
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 27, 2022
किशोर उपाध्याय और धन सिंह नेगी के बीच हो सकती ‘टिहरी’ सीट पर रोचक भिड़त
बता दें, बीते बुधवार कांग्रेस ने किशोर उपाध्याय को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। सियासी चर्चाओं के अनुमान के अनुसार, बीजेपी ने किशोर उपाध्याय को टिहरी विधानसभा सीट से चुनावी प्रत्याशी घोषित कर दिया है। वहीं दूसरी दिलचस्प खबर यह आ रही है, कि भाजपा विधायक धन सिंह नेगी भी टिहरी सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते है। इसके बाद बीजेपी को केवल डोईवाला सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित करना शेष है।
Dehradun: BJP MLA from Tehri, Dhan Singh Negi joins Congress party in the presence of Harish Rawat, ahead of #UttarakhandElections2022 pic.twitter.com/OvNPK1WLB3
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 27, 2022
कांग्रेस नेतृत्व किशोर उपाध्याय की सभी गतिविधियों पर रख रहा था ‘नजर’
किशोर उपाध्याय के अगले राजनीतिक कदम को लेकर एक लंबे वक्त से ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी और उनकी प्रत्येक गतिविधियों को कांग्रेस नेतृत्व द्वारा संदेह की नजर से देखा जा रहा था। इससे पहले किशोर को प्रदेश कांग्रेस के सभी प्रमुख पदों से हटा दिया गया था। इस दौरान कभी पीएम मोदी की देहरादून में हुई चुनावी सभा में उनके भाजपा में शामिल होने की अटकले लगाई गयी, और कभी किशोर के अन्य दलों में जाने की अफवाहें उड़ी। उस दौरान किशोर उपाध्याय इन अटकलों को ख़ारिज करते हुए कहते, कि वे वनाधिकार के मुद्दे पर सभी दलों के नेताओं से मिल रहे है, किन्तु आखिरकार गुरुवार को उन्होंने बीजेपी का दामन थाम ही लिया।
किशोर उपाध्याय की उत्तराखंड के ‘दिग्गज’ नेताओं में होती है गिनती
जानकारी के लिए बता दें, किशोर उपाध्याय कांग्रेस के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है। किशोर मूलतः टिहरी जनपद के ग्राम पाली लामणीधार ब्लॉक जाखणीधार के निवासी है। किशोर उपाध्याय की गिनती उत्तराखंड के दिग्गज नेताओं में होती है। टिहरी विधानसभा से किशोर वर्ष 2002 और 2007 में दो बार विधायक चुने गए। 2012 में कांग्रेस के टिकट से वह टिहरी से चुनाव हार गए थे। 2017 चुनाव में कांग्रेस ने किशोर को देहरादून की सहसपुर सीट से टिकट दिया, लेकिन इस चुनाव में वह बीजेपी उम्मीदवार सहदेव सिंह पुंडरी से 18,863 वोटों से हार गए थे।