भारत सरकार द्वारा उपभोक्ता सुरक्षा और निजता के नियमों के उल्लंघन लेकर सोमवार (14 फरवरी) को 54 और चाइनीज एप्लिकेशन को प्रतिबंधित किये जाने के निर्णय पर चीन बुरी तरह से बौखला गया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग चीन ने बीते गुरुवार (17 फरवरी) को भारत सरकार के इस फैसले की निंदा करते हुए कहा, कि इन प्रतिबंधों के कारण चीनी कंपनियों के अधिकारों और वित्तीय हितों को क्षति पहुँच रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है, कि भारत को अपने कारोबारी माहौल में सुधार करना चाहिए और चीनी कंपनियों सहित सभी विदेशी निवेशकों के साथ पारदर्शी और गैर-भेदभावपूर्ण व्यवहार करना चाहिए। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा, कि एक निश्चित अवधि के दौरान भारत का संबंधित विभाग चीनी उद्यमों और संबंधित सेवाओं पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है। चीन के वाणिज्य प्रवक्ता ने इस मसले पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई है, कि भारत सरकार दोनों राष्ट्रों के बीच आर्थिक सहयोग की सकारात्मक गतिशीलता को जारी रखने के लिए उचित कदम उठाएगा।
Spokesperson of Chinese Ministry of Commerce expresses serious concern:
Relevant Indian authorities have taken a series of measures to suppress Chinese companies&their products in India, which have severely damaged legitimate rights&interests of Chinese companies.— Wang Xiaojian (@ChinaSpox_India) February 17, 2022
उल्लेखनीय है, कि पिछले हफ्ते भारतीय अधिकारियों ने चीनी टेलीकॉम कंपनी हुवाई (Huawei) के मुख्यालयों पर भी छापेमारी की कार्यवाही की थी। बता दें, इससे पहले चीनी मोबाइल कंपनी (Xiaomi) को टैक्स चोरी के लिए जाँच एजेंसियों का सामना करना पड़ा था। इस साल जनवरी में (Xiaomi) को टैक्स चोरी के लिए 653 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा गया था।
जानकारी के लिए बता दें, कि भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित 54 चाइनीज ऐप्स में वाइवा वीडियो एडिटर, बास बूस्टर, ब्यूटी कैमरा,ओनमोजी चेस, स्वीट सेल्फी एचडी, सेल्फी कैमरा, आइसोलैंड 2, अन्य ऐप्स शामिल है। इससे पहले पिछले वर्ष जून महीने में भारत सरकार सुरक्षा और निजता नियमों के उल्लंघन के मद्देनजर 59 चाइनीज मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया था। भारत सरकार ने चीनी एप्लिकेशन को राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता के लिए खतरा बताते हुए अभी तक कुल 321 चीनी ऐप को प्रतिबंधित किया है।