यूक्रेन में रूस के हमले तेज होते जा रहे है, इन हालातो में हर पल जीवन पर खतरा मंडरता रहा है। युद्धग्रस्त यूक्रेन में फँसे भारतीय छात्र-छात्राओं को रेस्क्यू करने के लिए मोदी सरकार बेहद गंभीर प्रयास कर रही है। इस वक्त यूक्रेन में फंसा हर भारतीय किसी भी प्रकार बस भारत वापस लौटना चाह रहा है। ऐसे में एक हैरान कर देने वाली खबर आई है, कि यूक्रेन में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाला एक भारतीय छात्र अपने पालतू कुत्ते को यूक्रेन में छोड़ने को तैयार नहीं है।
छात्र अपने पालतू कुत्ते को लेकर बेहद परेशान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देहरादून के रहने वाले ऋषभ कौशिक खारकीव नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ रेडियो इलेक्ट्रानिक्स से इंजीनियरिंग कर रहा है, और छात्र अपने पालतू कुत्ते को लेकर बेहद परेशान है। ऋषभ बिना अपने कुत्ते के यूक्रेन छोड़ने को तैयार नहीं है। रूस-यूक्रेन संकट के दौरान मोदी सरकार भारतीय छात्र-छात्राओं को निकालने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन अपने कुत्ते के चक्कर में ऋषभ वहीं फँस कर रह गया। ऋषभ का कहना है, कि उनके पास उनका पासपोर्ट है, और कुत्ते का भी पासपोर्ट है, लेकिन अधिकारी एक के बाद एक दस्तावेज माँग रहे है, जिसके कारण वे यूक्रेन नहीं छोड़ पा रहे है।
Rishabh Kaushik, who studies at the Kharkiv National University of Radio Electronics in east Ukraine, claims he has been trying to get all paperwork and clearances done so that his dog can accompany him pic.twitter.com/aXzU8ahFRh
— Senthil kumar (@SENTHILSSK1982) February 28, 2022
ऋषभ को जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद
अपने पालतू कुत्ते के चक्कर में यूक्रेन में फंसे ऋषभ ने कहा, कि वह दस फरवरी से देश वापस लौटने का प्रयास कर रहे है। इसके लिए उन्होंने कीव स्थित भारतीय दूतावास से लेकर दिल्ली के इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा (IGI) के अधिकारियों से संपर्क किया था, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद उन्हें अपने कुत्ते को साथ ले जाने की मंजूरी नहीं मिली। हालाँकि ऋषभ ने उम्मीद जताई है, कि भारतीय दूतावास से उन्हें जल्द मंजूरी मिल जाएगी, और वो और उनका डॉगी सकुशल भारत पहुंच जायेंगे।
फ्लाइट का प्रत्येक घंटे की लागत 7-8 लाख रुपए
उल्लेखनीय है, कि यूक्रेन से भारतीय को स्वदेश वापसी लाने में लगी एअर इंडिया की एक फ्लाइट का दोनों तरफ की उड़ान की लागत लगभग एक करोड़ दस लाख रुपयों से ज्यादा है। इस फ्लाइट के प्रत्येक घंटे की लागत 7 लाख से 8 लाख रुपए के बीच है। एअर इंडिया ने इस रेस्क्यू अभियान में बोइंग 737 ड्रीमलाइनर को लगाया है, इसमें 250 से अधिक यात्री सफर कर सकते है। ये फ्लाइट यूक्रेन, उसके पड़ोसी रोमानिया और हंगरी से संचालित हो रही है।