देवभूमि उत्तराखंड में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने में कामयाब रहने के बाद अब भाजपा संगठन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर मंथन में जुट गया है। इस संबंध में चुन गए विधायकों का मन टटोलने के लिए शीर्ष नेतृत्व की ओर से केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पीयूष गोयल को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। सियासी अटकले लगाई जा रही है, कि चुनाव में पराजय मिलने के बावजूद कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी को पार्टी फिर से मौका दे सकती है।
सम्पूर्ण राष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक चल रहा है
वहीं इस विषय पर अपने दबंग बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने कहा है, कि उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। शनिवार (12 मार्च 2022) को सांसद साक्षी महाराज ऋषिकेश रेलवे रोड स्थित अपने भगवान आश्रम में पहुंचे थे। पत्रकारों से बात करते हुए, साक्षी महराज ने कहा, कि सम्पूर्ण राष्ट्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक चल रहा है। यह मैजिक आगामी 50 वर्षों तक लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा, कि यूपी और उत्तराखंड समेत अन्य दो राज्यों में भाजपा की भव्य जीत इस बात का प्रमाण है।
पुष्कर धामी को सीएम बनाया जाये
सांसद साक्षी महाराज ने कहा, कि उत्तराखंड राज्य में जिस व्यक्तित्व को लेकर भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला, लेकिन वह चेहरा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चुनाव जीतने में असफल रहे। साक्षी महाराज ने अपनी व्यक्तिगत राय प्रकट करते हुए कहा, कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर सिंह धामी को ही देखना चाहते है, शेष निर्णय भाजपा संगठन को लेना है।
उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
हरिद्वार स्थित आश्रम पहुंचे जगद्गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पुष्कर सिंह धामी को एक बार फिर से मौका देने की बात कही।
— TheKhabarpur (@thekhabarpur) March 12, 2022
केंद्रीय नेतृत्व चौंका सकता है
उल्लेखनीय है, कि विधानसभा चुनाव में दो-तिहाई बहुमत हासिल करने के बाद उत्तराखंड में केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री के चुनाव के मामले में किसी भी चेहरे पर दांव लगाकर सबको चौंका सकता है। बेशक मुख्यमंत्री पद के लिए कोई खुलकर सामने नहीं आ रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए लगभग हर दिग्गज नेता अपना पूरा दमखम लगा रहा है। सियासी गहमागहमी में यह चर्चा बेहद जोरों पर है, कि भाजपा पुष्कर सिंह धामी को ही सत्ता की कमान सौंप सकती है।
जागेश्वर और चंपावत के विधायक पुष्कर धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार
इस मामले में तर्क दिया जा रहा है, कि भले ही पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री रहते हुए चुनाव हारने के मिथक को नहीं तोड़ पाए, लेकिन उनके नेतृत्व में लड़े गए इस चुनाव में भाजपा ने अन्य कई मिथको को तोड़ते हुए दो तिहाई बहुमत हासिल करने में सफलता हासिल की है, यही तर्क पुष्कर धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना के पक्ष में गढ़ा जा रहा है। बीते शुक्रवार को जागेश्वर से निर्वाचित विधायक मोहन सिंह मेहरा ने सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने का ऐलान भी किया था। इसके अलावा चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने भी पुष्कर धामी के लिए अपनी सीट खाली करने की घोषणा की है।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के लिए डोईवाला विधायक सीट छोड़ने को तैयार
उल्लेखनीय है, कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के समर्थन में डोईवाला विधानसभा सीट से चुने गए विधायक बृजभूषण गैरोला का बयान भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इस पोस्ट के अनुसार यदि पार्टी त्रिवेंद्र सिंह रावत को पार्टी मुख्यमंत्री बनाती है, तो वह अपनी सीट उनके लिए खाली कर देंगे।