चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बीते शुक्रवार (25 मार्च) अपने भारतीय समकक्ष विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। हालांकि, चीन के विदेश मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन के इस अनुरोध को विनम्रता पूर्वक मना कर दिया। भारतीय पक्ष ने चीन के विदेश मंत्री को जानकारी दी, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को व्यस्त है, क्योंकि उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने लखनऊ जाना था।
Beijing reached out to New Delhi for Chinese Foreign Minister Wang Yi to call on Prime Minister Narendra Modi, but South Block politely declined. pic.twitter.com/ePHmtWw7wn
— Akshit Singh ?? (@IndianSinghh) March 26, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के विदेश मंत्री वांग यी प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए ही भारत आए थे, और वह शुक्रवार को प्रधानमंत्री से भेंट भी करना चाहते थे, लेकिन नई दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह का हवाला देते हुए, इससे मना कर दिया। बताया जा रहा है, कि चीन ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को विशेष प्रतिनिधि के रूप में बीजिंग आमंत्रित किया है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार द्वारा इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई है। उनकी ओर से कहा गया है, कि मौजूदा मुद्दों के समाधान के बाद वह बीजिंग की यात्रा पर विचार कर सकते है।
NSA Ajit Doval and Chinese Foreign Minister Wang Yi meet in New Delhi. Discussions were held in a cordial atmosphere. Need to take forward early and complete disengagement in remaining areas and remove impediments to allow the bilateral relationship to take its natural course. pic.twitter.com/4zPnsEI8FC
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 25, 2022
चीनी विदेश मंत्री के साथ शुक्रवार को प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद विदेश मंत्री जयशंकर का बयान आया है। भारत ने शुक्रवार को चीन से स्पष्ट रूप से कहा, कि पूर्वी लद्दाख में संघर्ष के शेष बिन्दुओं से पीछे हटने की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाए, साथ ही इस बात पर जोर दिया कि अगर सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति ‘असामान्य’ होगी तब द्विपक्षीय संबंध ‘सामान्य’ नहीं हो सकते है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ लगभग तीन घंटे ‘खुले एवं स्पष्ट’ रूप से वार्ता के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, कि सामान्य संबंधों की बहाली के लिये सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं अमन बहाल होना जरूरी है।
My talks with Foreign Minister Wang Yi has just concluded. We met for about 3 hours and addressed a broad and broad substantive agenda in an open & candid manner. We discussed our bilateral relations that have been disturbed as a result of Chinese actions in April 2020: EAM pic.twitter.com/AMyCD9TJLR
— ANI (@ANI) March 25, 2022