सम्पूर्ण भारत इस समय कोरोना के विकराल समस्या से जूझ रहा है और दूसरी तरफ देश में मॉनसून भी आने वाला है। इसके अलावा चीन ने सीमा पर दोहरी चुनौती खड़ी कर रखी है। और चीन नेपाल को मोहरा बनाकर उसकी तरफ से भी बॉर्डर पर हरकतें करने से बाज नहीं आ रहा है।
इन्हीं सब के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए राष्ट्र के नाम सन्देश में कहा ‘एक वर्ष में एक चुनौती आए या पचास, नंबर कम या ज्यादा होने से, वो साल, खराब नहीं हो जाता। भारत का इतिहास ही आपदाओं और चुनौतियों पर जीत हासिल कर,और ज्यादा निखरकर निकलने का रहा है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अभी, कुछ समय पहले, देश के पूर्वी छोर पर अम्फान तूफान आया तो पश्चिमी छोर पर निसर्ग तूफान आया। कितने ही राज्यों में हमारे किसान भाई–बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं, तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने जिस तरह कठिन वक्त में पुरे विश्व की सहायता की है। उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है। दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है। अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के प्रतिबद्धता को देखा है इसी वर्ष में, राष्ट्र नये लक्ष्य प्राप्त करेगा, नयी उड़ान भरेगा, नयी ऊंचाइयों को छुएगा. मुझे, पूरा विश्वास है 130 करोड़ देशवासियों की शक्ति पर है, आप सब पर है और इस देश की महान परम्परा है ”