आज मंगलवार (3 मई 2022) को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय दौरे पर देवभूमि उत्तराखंड पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लाक के अंतर्गत बिथ्याणी में अपने गुरु महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद वह अपने पैतृक गांव पंचूर भी गए। जहां उन्होंने अपनी माता एवं परिजनों से मुलाकात भी की।
उल्लेखनीय है, कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आपने कई बार सख्त प्रशासनिक रुख अक्सर देखा होगा। बुलडोजर बाबा के नाम से ही अपराधियों और दबंगों के बीच खौफ की लहर दौड़ जाती है। हालाँकि आज उत्तराखंड की पैतृक भूमि पर योगी महाराज का भावुक पक्ष कई बार देखने को मिला। पौड़ी जिले में यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित उनके पैृतक गांव पंचुर में जनसभा को संबोधित करने के दौरान मंच से शिक्षकों का नाम लेते वक्त सीएम याेगी को भावुक होते हुए स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था।
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— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) May 3, 2022
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शिक्षकों का नाम लेते हुए वह कई बार भावुक भी हुए। सीएम योगी ने कहा, कि शिक्षकाें के मार्गदर्शन के बिना किसी व्यक्ति का विकास और उन्नति संभव नहीं है। इस दौरान सीएम योगी ने उत्तराखंड से हो रहे पलायन पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड का युवा प्रत्येक क्षेत्र में अपना लोहा मनवाता आ रहा है, ऐसे में पलायन पर रोक लगाना अति आवश्यक है। सीएम योगी ने कहा, कि यह अत्यंत चिंता की बात है, कि उत्तराखंड का युवा शिक्षा और अन्य वजहों से पलायन करने को मजबूर है, जबकि उत्तराखंड में शिक्षा के कई अवसर मौजूद है।
बिथ्याणी में डिग्री कॉलेज परिसर में अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण के कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अपने महंत अवैद्यनाथ को याद करते हुए कहा, कि महंत अवैद्यनाथ को बाल्यकाल में ही गांव छोड़ना पड़ा था, किन्तु वे सदैव उनसे गांव में पढ़ाई के बारे में पूछा करते थे। सीएम योगी ने कहा, कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ गांव में दोबारा आने चाहते थे, लेकिन उनकी यह इच्छा अधूरी ही रह गई। वर्ष 1936 में गांव छोड़ने के बाद वह सदैव गांव के बारे में सोचते रहते थे, और उन्होंने कई बार महंत अवैद्यनाथ को गांव लाने का प्रयास किया, लेकिन स्वास्थ्य कारणाों से वह दोबारा गांव नहीं आ सके।
उल्लेखनीय है, कि उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 का चुनाव प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद उनकी बड़ी बहन शशि ने सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की थी। इस दौरान सीएम योगी ने उन्हें वचन दिया था, कि वह समय मिलते ही एक बार सभी से मिलने गांव आएंगे। बता दे, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कोरोना आपदा काल के दौरान अपने नागरिक कर्तव्यों के चलते अपने पिता दिवंगत आनंद सिंह बिष्ट के निधन पर अंतिम दर्शन के लिए पैतृक गांव नहीं पहुंच सके थे, जिसका उनको दुःख भी था। हालाँकि उन्होंने पत्र लिखकर अपनी माता को वचन दिया था, कि वे गांव अवश्य आएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पैतृक गाँव पहुंचने पर स्वजनों और गांव में हर्ष का माहौल है। मंगलवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर से यमकेश्वर की ओर रवाना हो गए थे।