राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने ‘न्यूज़ 18’ के तेजतर्रार पत्रकार अमन चोपड़ा के निवास के बाहर राजस्थान के पांच पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा दो मामलों में अमन चोपड़ा की गिरफ्तारी पर रोक लगाए जाने के बाद राजस्थान की कांग्रेस सरकार अब तीसरी एफआईआर के मामले में अमन चोपड़ा को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमन चोपड़ा के खिलाफ तीसरा केस राजस्थान के डूंगरपुर जिले में दर्ज किया गया है। बता दें, इसके पहले बूँदी और अलवर में दर्ज मामलों को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने अमन चोपड़ा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। डूंगरपुर के SP सुधीर जोशी ने न्यूज एजेंसी PTI को जानकारी दी, कि उनकी टीम नोएडा में ही रूकी हुई है और अमन चोपड़ा को हर संभावित स्थान पर जाकर तलाश कर रही है। इस दौरान जोशी ने आरोप लगाया, कि नोएडा पुलिस उनके काम में रुकावट डाल रही है।
Despite Rajasthan High Court's order that no coercive action should be taken against News18 journalist Aman Chopra, the Rajasthan Police team reached his house in Noida to arrest him yet again, today#AmanChopra #Rajasthan pic.twitter.com/E5xBCxHV1K
— News18.com (@news18dotcom) May 8, 2022
वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा में टीवी न्यूज ऐंकर अमन चोपड़ा को गिरफ्तार कने पहुंची राजस्थान पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। अमन चोपड़ा अपने आवास पर नहीं मिले। इसके बाद राजस्थान पुलिस ने स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाया, कि उसने उन्हें काफी लंबे वक्त तक इंतजार करवाया गया, जिस वजह से आरोपी को फरार होने का मौका मिल गया। डूंगरपुर के एसपी सुधीर जोशी ने आरोप लगाते हुए कहा, कि ये दूसरी मर्तबा है, जब नोएडा पुलिस उनके काम में बाधा डाल रही है।
उन्होंने कहा, कि स्थानीय पुलिस ने हमारी टीम को उनके साथ पुलिस थाने आने के लिए कहा। हमारी टीम नोएडा पुलिस स्टेशन गई और उन्हें अमन चोपड़ा के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट दिखाया। इसके बाद जब राजस्थान पुलिस अमन चोपड़ा के घर अरिहंत अपार्टमेंट पहुंची, तो वह घर में नहीं मिले। जोशी ने आरोप लगाया कि एक हफ्ते पहले भी नोएडा पुलिस ने उनके साथ ऐसा ही किया था। वहीं नोएडा पुलिस ने राजस्थान पुलिस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
दूसरी तरफ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने जोधपुर दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, कि सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अक्सर मीडिया की आजादी की बात करते है। सीएम अशोक गहलोत अक्सर यह कहते हुए नजर आते है, कि मीडिया को दबाया जा रहा है, लेकिन राजस्थान में वह खुद गृहमंत्री है और उनके इशारे पर मीडिया की आवाज को दबाया जा रहा है। उन्हें अपनी गिरेबान में झांकना चाहिए।
#AmanChopra | Union Minister Gajendra Shekhawat slams the Gehlot government in Rajasthan, says press freedom is bein clamped down by Congress @nikhil_lakhwani shares details with @toyasingh pic.twitter.com/Q6FxCwZvSh
— News18.com (@news18dotcom) May 8, 2022
वहीं ट्विटर पर भी अमन चोपड़ा के समर्थन में #IStandWithAmanChopra ट्रेंड करने लगा है। ट्विटर पर यूजर्स इस मामले पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है। पत्रकार नुपुर जे. शर्मा ने ट्वीट किया, “मेरे सूत्र ने मुझे बताया है, कि कम से कम 10 राजस्थान पुलिस अधिकारी अमन चोपड़ा के आवास के बाहर खड़े है। राजस्थान पुलिस के दस अधिकारियों के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस भी मौके पर मौजूद है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके, कि कोई अवैध कार्रवाई ना। यह एक पत्रकार को राज्य के अधिकारियों द्वारा धमकाने की कोशिश का एक स्पष्ट मामला प्रतीत होता है।
Something sinister is afoot. I’m getting news that the Rajasthan police officials are now making their way to @AmanChopra_’s apartment. They’re inside the society https://t.co/1iQxSZk6ba
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) May 7, 2022