कोरोना महामारी के चलते पिछले दो सालो से बाधित चारधाम यात्रा इस वर्ष बिना किसी बंदिशों के साथ संचालित हो रही है। अब तक चारधाम में तीर्थयात्रियों का आंकड़ा दस लाख के पार पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीन मई से 25 मई के मध्य कुल 10.26 लाख श्रद्धालुओं चार धाम के दर्शन कर चुके है। वहीं केदारनाथ धाम में ही अब तक 3.35 लाख तीर्थयात्री बाबा केदार के श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इसके अलावा बद्रीनाथ धाम में 3.33, गंगोत्री में दो लाख, यमुनोत्री धाम में 1.49 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके है। वहीं श्री हेमकुंड साहिब में अभी तक 7338 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए है।
U'khand: More than 10.26 lakh pilgrims visited Char Dham shrines- Kedarnath, Badrinath, Gangotri and Yamunotri till May 26, 2022! @TheNewIndian_in pic.twitter.com/a0Td4V1XKf
— Vineet Upadhyay (@VineetUpad) May 26, 2022
उल्लेखनीय है, कि केदारनाथ यात्रा बीते दो दिनों से मौसम के बदलते मिजाज के बीच रुक-रुककर संचालित होती रही, लेकिन बुधवार को जैसे ही आसमान साफ हुआ और चारों तरफ धूप खिली, उसके बाद तीर्थयात्रियों में जबर्दस्त उत्साह दिखाई दे रहा है। सोनप्रयाग और गौरीकुंड में केदारनाथ धाम जाने की प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों ने ‘हर हर महादेव’ के नारों के साथ दोनों स्थानों से केदारनाथ की ओर प्रस्थान कर रहे है। केदारनाथ मंदिर में मौसम खुलते ही तीर्थयात्री अपनी बारी का इंतजार करने के लिए फुर्सत से बैठे रहे। हालांकि प्रशासन, पुलिस और बीकेटीसी की टीम ने यात्रियों को जल्द से जल्द दर्शन करवाने में सहयोग कर रहे है।
केदारनाथ धाम में बर्फबारी के बाद यात्री बाबा केदार दर्शनों के बाद यहां चारों ओर बर्फ से सफेद हुई चोटियों का दीदार करते रहे। केदारनाथ धाम के पैदल पथ पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए घोड़े खच्चर के लिए सोनप्रयाग से मुनकटिया, गौरीकुंड तक करीब चार किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग पुर्नस्थापित कर दिया गया है। बुधवार को ऋषिकेश में पर्यटन और एसडीआरएफ ने 700 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए। इस दौरान ये भी सुनिश्चित किया जा रहा है, कि इन पंजीकरण का दुरुपयोग न हो।
Kedarnath or Mahipalpur border during peak hours! pic.twitter.com/YPH9TaNMzp
— Kapil (@kapsology) May 26, 2022
वहीं चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों के कारण तीर्थयात्रियों की मौतें का सिलसिला थम नहीं रहा है। चारधाम यात्रा आरंभ होने से अब तक कुल 76 यात्रियों ने केदारनाथ, यमुनोत्री, बदरीनाथ और गंगोत्री यात्रा मार्गों पर दम तोड़ा है। सचिव स्वास्थ्य ने सभी मेडिकल रिलीफ कैंप और स्क्रीनिंग प्वाइंट पर 50 से अधिक उम्र के तीर्थयात्रियों का अनिवार्य स्वास्थ्य परिक्षण करने के आदेश दिए है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यात्रा मार्गों पर जगह-जगह मेडिकल रिलीफ कैंप के साथ ही तीर्थयात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की जा रही है।
गौरतलब है, कि अब तक चारधाम यात्रा पर जाने वाले 1.16 लाख यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की जा चुकी है। स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलेजा भट्ट ने मीडिया को बताया, कि चारधाम यात्रा के दौरान 50 साल से अधिक उम्र वालों की मौत की संख्या ज्यादा है। महानिदेशक ने कहा, कि कि केदारनाथ धाम में बारिश और बर्फबारी कि वजह से लिंचौली अस्पताल में आने वाले अधिकांश मरीज हाइपोथर्मिया के शिकार है। अभी तक केदारनाथ धाम से 29 यात्रियों को हेली सेवा और 105 यात्रियों को एंबुलेंस के जरिये हायर सेंटर पर इलाज के लिए रैफर किया गया है।