स्वतंत्रता संग्राम के सच्चे नायक वीर सावरकर की 139वीं जयंती पर रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) ने उनके सम्मान में एक पोस्ट शेयर करते हुए अभिनेता ने फिल्म ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ का फर्स्ट लुक जारी किया है। फिल्म का निर्माण संदीप सिंह और आनंद पंडित द्वारा किया जा रहा है। फिल्म समीक्षक तरण आदर्श के ट्वीट के अनुसार, रणदीप हुड्डा की आगामी फिल्म की शूटिंग अगस्त 2022 में शुरू हो जाएगी।
वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए अभिनेता रणदीप हुड्डा ने फिल्म का फर्स्ट लुक जारी कर दिया है। इसके पोस्टर में लिखा है, ‘हिंदुत्व धर्म नहीं, इतिहास है’। अभिनेता रणदीप ने अपने ट्विटर अकॉउंट में लिखा, “यह स्वतंत्रता और आत्म-साक्षात्कार के लिए भारत के संघर्ष के सबसे लंबे समय से गुमनाम नायकों में से एक को नमन है। मुझे आशा है, कि मैं एक सच्चे क्रांतिकारी की भूमिका को निभा पाऊंगा और उनकी सच्ची कहानी को सबको बता पाऊंगा, जिसे इतने लंबे वक्त तक कालीन के नीचे दबा दिया गया था। आप सभी को वीर सावरकर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं’।
A salute to one of the tallest unsung heroes of India’s struggle for freedom & self-actualisation. hope I can live up to the challenge of filling such big shoes of a true revolutionary & tell his real story which had been brushed under the carpet for so long#VeerSavarkarJayanti pic.twitter.com/R1UbFZebio
— Randeep Hooda (@RandeepHooda) May 28, 2022
वहीं फिल्म के फर्स्ट लुक को जारी करते हुए फिल्म के निर्देशक महेश मांजरेकर ने कहा, आप सभी को वीर सावरकर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं! वीर सावरकर के लिए लोगों के मन में भिन्न-भिन्न विचार हो सकते है, लेकिन एक फिल्म निर्माता के रूप में, मैं उसी विचार से प्रेरित होने का प्रयास कर रहा हूँ, जो वीर सावरकर के विचार थे। उन्होंने कहा, कि फिल्म की कहानी और चरित्र पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, कि वास्तव में सावरकर क्या थे, क्या हैं और क्या होंगे। वह महान स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता।
उल्लेखनीय है, कि विनायक दामोदर सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के भागूर गांव में हुआ था। वह हिंदू महासभा, एक हिंदू राष्ट्रवादी संगठन और एक राजनीतिक दल के सबसे महत्वपूर्ण महापुरुषों में से एक थे। वीर सावरकर का निधन 26 फरवरी, 1966 को बॉम्बे में हुआ था। विनायक दामोदर वीर सावरकर ना सिर्फ स्वाधीनता संग्राम के महान सेनानी थे, बल्कि वो महान देशभक्त, क्रांतिकारी, चिंतक, लेखक, कवि, ओजस्वी वक्ता और राष्ट्र को गौरवशाली बनाने के विचार रखने वाले दूरदर्शी व्यक्तित्व थे। वीर सावरकर जैसे बेहद कम क्रांतिकारी एवं राष्ट्र भक्त होते है, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र यज्ञ के लिए समर्पित कर दिया।