मंगलवार 31 मई को होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर टनकपुर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा डोर-टू-डोर प्रचार किया गया। प्रचार के दौरान सीएम धामी ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर डोर-टू-डोर प्रचार किया। सीएम धामी ने चंपावत उपचुनाव प्रचार के दौरान मतदाताओं से अधिक संख्या में वोटिंग कर बीजेपी को विजय बनाने की अपील की। सोमवार को सीएम धामी ने समर्थकों के साथ बाइक पर डोर टू डोर प्रचार करने से पहले जगन्नाथ चौराहा स्थित महादेव की दुकान में चाय की चुस्कीयां भी ली।
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami was seen riding a bike and urging people to vote tomorrow in the Champawat by-election pic.twitter.com/iQBfcASiL3
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 30, 2022
उल्लेखनीय है, कि कल मंगलवार (31 मई 2022 को चंपावत में उपचुनाव होना है। चंपावत उपचुनाव के प्रत्याशी सीएम धामी इस दौरान लगातार जनसंवाद कर लोगों से समर्थन कि अपील कर रहे है। चुनाव से ठीक एक दिन पहले सीएम धामी अपने समर्थकों के साथ प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे है। चंद राजवंश की राजधानी रहा चंपावत वर्तमान में एक बार फिर उत्तराखंड की सत्ता की धुरी बन रहा है। 31 मई को हो रहे उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में स्वयं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पहली बार चुनावी मैदान में उतरी कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी चुनौती दे रही है।
उल्लेखनीय है, कि बीते रविवार को चंपावत उपचुनाव में लगभग दो माह तक चले चुनाव प्रचार का शोर पांच बजे के बाद थम गया। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सीएम धामी ने कई स्थानों पर चंपावत की जनता से जनसंवाद किया। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने चंपावत उपचुनाव के कई क्षेत्रों में जाकर आखिरी दिन पूरी ताकत झोंकी। गौरतलब है, कि चंपावत उपचुनाव की तमाम अनिश्चितताओं के बावजूद भी उपचुनाव के परिणामों को लेकर खास संशय नहीं है, हालाँकि बीजेपी संगठन का उद्देश्य इस उपचुनाव में इतिहास रचने का है। तीन जून को नतीजे घोषित होने बाद भाजपा की भविष्य की राजनीतिक की दिशा निर्धारित होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चंपावत से उम्मीदवार बनाये जाने के बाद विधानसभा में कुछ परिवर्तन स्पष्ट रूप से इंगित हुए है। सीएम धामी के चंपावत से चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा की गुटबाजी खत्म हुई है। इसके अलावा संगठन पदाधिकारियों और सबसे बढ़कर आम नागरिको का नजरिया बदला। चंपावत की जनता इस उपचुनाव को मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र के जरिये भविष्य को लेकर संजोए सपने को हाथ से नहीं जाने देना चाहते है।