आधार कार्ड के संबंध में UIDAI देश के नागरिको के लिए नई सुविधा देने की तैयारी कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, UIDAI ऐसी योजना पर कार्य कर रही है, जिससे जन्म लेने के साथ ही उस नवजात शिशु का आधार कार्ड बन जाएगा। इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए UIDAI बर्थ रजिस्ट्रार के साथ मिलकर कार्य करेगा और इस योजना के लिए बातचीत का दौर जारी है।
UIDAI के सीईओ सौरभ ने मीडिया को बताया, कि यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस नयी योजना के लिए नया प्लान तैयार कर रही है। अब नवजात शिशुओं को आधार कार्ड जारी करने के लिए अस्पतालों में पंजीकरण करने की सुविधा दी जाएगी।
UIDAI के सीईओ सौरभ ने कहा, कि अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों की तस्वीर खींचकर साथ ही साथ आधार कार्ड जारी कर दिया जाएगा। दरअसल, वर्तमान में पांच वर्ष से कम आयु के शिशुओं के आधार के लिए बायोमेट्रिक्स की जरूरत नहीं पड़ती है, लेकिन जब उनकी उम्र 5 साल से ज्यादा हो जाती है, तो बच्चो का बायोमेट्रिक्स कराना अनिवार्य हो जाता है।
इसके साथ अब शीघ्र ही भारत में क्षेत्रीय भाषाओं में भी आधार कार्ड जारी किए जाएंगे। बता दें, वर्तमान में आधार कार्ड पर हिंदी और अंग्रेजी में ही जानकारियां उपलब्ध रहती है, लेकिन जल्द ही आधार कार्ड पर तमिल, तेलगु, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, मराठी और उड़िया क्षेत्रीय भाषाओं में कार्डधारक का नाम और अन्य जानकारियां उपलब्ध होगी।
गौरतलब है, कि भारत में आधार कार्ड आज एक बेहद आवश्यक पहचान पत्र बन गया है। यह मात्र पहचान का प्रमाण पत्र ही नहीं बल्कि कई सरकारी और गैर-सरकारी योजनाओं में लाभ लेने के लिए अनिवार्य दस्तावेज भी है। वर्तमान में बच्चों के स्कूल में दाखिले के लिए भी आधार बहुत जरूरी दस्तावेज बन चुका है।