मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार (7 जनवरी 2023) को जमीनी स्तर पर स्थितियों का जायजा लेने के लिए जोशीमठ पहुंचे। इस दौरान सीएम धामी ने कहा, कि जोशीमठ हमारा पौराणिक नगर है। उत्तराखंड सरकार इस मामले को लेकर बेहद सतर्क है। हमारा लक्ष्य सबको बचाना है। प्रभावितों के विस्थापन के लिए वैकल्पिक स्थान की खोज जारी है।
मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ में भूस्खलन और भवनों में दरार को लेकर आईटीबीपी परिसर में प्रशासन के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक भी की। भूमि धँसने की घटनाओं के बीच सीएम धामी ने शहर में जाकर लोगों से मिलने से पहले क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण भी किया। इसी बीच ज्योतिर्मठ के शिवलिंग में दरार और एक पौराणिक मंदिर के गिरने की भी सूचना है।
बता दें, इससे पहले मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ के संबंध में बीते शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता भी की थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ भू-धंसाव के कारण अति संवेदनशील (डेंजर जोन) वाले इलाकों में बने भवनों को तत्काल खाली कराने के निर्देश दिए है। सीएम धामी ने प्रभावितों को भरोसा दिलाया, कि राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है और चरणबद्ध ढंग से संवेदनशील स्थानों से सबको शिफ्ट किया जाएगा।
LIVE: जोशीमठ में प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय सर्वेक्षण एवं स्थानीय लोगों से मुलाकात करते हुए
https://t.co/9aHKao2mi6— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) January 7, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा, कि जोशीमठ मामले पर जल्द से जल्द हमारी कार्ययोजना निर्धारित हो जानी चाहिए। हमारे लिए नागरिकों का जीवन सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन, आयुक्त गढ़वाल मंडल और जिलाधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त कर निर्देश दिए, कि चिकित्सा उपचार की सभी सुविधाओं की उपलब्धता रहे। आवश्यक होने पर एयर लिफ्ट की सुविधा हेतु तैयारी के निर्देश भी दिए गए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ मामले पर जल्द से जल्द कार्य योजना बिल्कुल तय होनी चाहिए। हमारे लिए नागरिकों का जीवन सबसे अमूल्य है। उन्होंने सचिव आपदा प्रबंधन, गढ़वाल आयुक्त और जिलाधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त करते हुए एयर लिफ्ट की सुविधा हेतु भी तैयारी के निर्देश दिए।
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) January 6, 2023
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ पहुँचकर कहा, कि सरकार इस तरह की आपदाओं से निपटने के लिए एक दीर्घकालीन योजना बना रही है। उन्होंने कहा, कि NTPC और HCC में प्रत्येक को 2000 अस्थायी घर बनाने के निर्देश दिए गए है, ताकि लोगों को उसमें अस्थायी तौर पर रखा जा सके। वहीं, जो लोग किराए पर अन्य जगह रहना चाह रहे हैं, उन्हें 4,000 रुपए प्रतिमाह देने की घोषणा की गई है। यह किराया अगले 6 महीने तक दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami के निर्देश पर जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण विस्थापित परिवारों को मकान किराये के लिए ₹4,000/ माह की दर से 6 माह तक दिए जाने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से राशि स्वीकृत की गई है।
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) January 7, 2023
प्रदेश सरकार ने जोशीमठ में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए NDRF की टीमों को तैनात किया है। दूसरी ओर वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों की टीम घर-घर जाकर सर्वे का कार्य कर रही है। जोशीमठ के 700 से अधिक घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई है। वहीं, डेंजर जोन वाले इलाकों में स्थित घरों के परिवारों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है।