सनातन धर्म पर आपत्तिजनक और घृणित बयानों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तमिलनाडु के सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि के बाद अब डीएमके सांसद ए राजा ने जहर उगलते हुए शाश्वत सनातन की तुलना HIV से की है। वहीं बिहार में सत्ताधारी गठबंधन में शामिल आरजेडी नेता जगदानंद ने भी विषवमन करते हुए कहा, कि तिलक लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया है। उसने कहा, देश में मंदिर बनाने से काम नहीं चलेगा।
दरअसल, हाल ही में उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया के मच्छर व कोरोना से की थी। अब डीएमके सांसद ए राजा ने बेहद घृणास्पद बयान देते हुए कहा, कि सनातन धर्म पर उदयनिधि का रुख बहुत नरम था। इसकी तुलना सामाजिक कलंक वाली कुछ बीमारियों से की जानी चाहिए, जबकि उदयनिधि ने इसकी तुलना डेंगू और मलेरिया से की है। राजा ने कहा, “सनातन धर्म की तुलना HIV और कुष्ठ रोग जैसी सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए।”
डीएमके सांसद ए राजा के इस घृणित बयान पर भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने पलटवार करते हुए ट्वीट कर कहा है, “अब डीएमके सांसद ए राजा हिंदू धर्म को सामाजिक बुराई बता रहे है, ये उस धर्म के बारे में बोल रहे हैं जिस धर्म को इस देश की 80 प्रतिशत आबादी मानती है। यह कुछ और नहीं बल्कि एक धर्म के खिलाफ विशुद्ध हेट स्पीच है। कांग्रेस के I.N.D.I गठबंधन का यही असली चरित्र है। उनका मानना है, कि हिंदू धर्म और उसको मानने वालों का अपमान करके वह चुनाव जीत सकते हैं।’
After Udhaynidhi Stalin, it is now DMK’s A Raja, who denigrates Sanatan Dharma… This is nothing but unadulterated hate speech, targeting 80% of Bharat’s population, who follow Sanatan Dharma.
This is the true character of Congress led I.N.D.I Alliance, who think demeaning Hindus… pic.twitter.com/lLhVeFakhY— Amit Malviya (@amitmalviya) September 7, 2023
वहीं, I.N.D.I. A. गठबंधन में शामिल बिहार के राष्ट्रीय जनता दल के नेता जगदानंद सिंह ने सनातन धर्म के अनुयायियों की भावनाओं पर अभद्र टिप्पणी करते हुए कहा, कि तिलक लगाकर घूमने वालों ने भारत को गुलाम बनाया। बिहार आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा, “देश गुलाम किस समय हुआ? क्या उस समय कर्पूरी ठाकुर, लालू प्रसाद, राम मनोहर लोहिया जैसे नेता थे?”
उल्लेखनीय है, कि सनातन समाज पर हो रही अपमानजनक टिप्पणीयों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संज्ञान लेते हुए कैबिनेट मंत्रियों के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक के दौरान कहा, कि सनातन धर्म पर उदयनिधि के बयान का सही से जवाब दिया जाए, जबकि इंडिया बनाम भारत के विवाद पर व्यर्थ की बयानबाजी न की जाये।
वहीं हाल ही में राजस्थान में एक जनसभा के दौरान स्टालिन के बेटे के बयान पर निशाना साधाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियों पर वोटबैंक और तुष्टीकरण की राजनीति के लिए सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे समेत अन्य डीएमके नेता कह रहे है, कि सनातन धर्म को समाप्त कर दिया जाना चाहिए।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, कि इन लोगों ने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिये सनातन धर्म को समाप्त करने की बात की है। हमारी संस्कृति, हमारे इतिहास और सनातन धर्म का अपमान किया है।