बीते बुधवार (16 मार्च) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है, कि इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या IC-814 का दूसरा अपहरणकर्ता ज़फरुल्लाह जमाली भी पाकिस्तान में मारा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कराची में अज्ञात हमलावरों ने गोलियाँ मारकर उसकी हत्या कर दी है। गौरतलब है, कि जहूर मिस्त्री के बाद जमाली दूसरा अपहरणकर्ता है, जिसको मार दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले हफ्ते कराची में अज्ञात मोटरसाइकिल हमलावरों ने हरकत उल मुजाहिदीन के दहशतगर्द ज़फरुल्लाह जमाली की हत्या कर दी है। उल्लेखनीय है, कि जफरुल्लाह जमाली ने अपने आतंकी साथियो के साथ मिलकर दिसम्बर 1999 में इंडियन एयरलाइंस IC-814 का अपहरण किया और फिर विमान को कंधार ले गए। इस दौरान दुबई में विरोध करने पर आतंकियों ने एक यात्री रूपिन कात्याल की हत्या कर दी थी।
Another Hijacker Zafarullah Jamali, who was part of Indian plane IC814 hijacking on December 24, 1999, killed by unknown person in Karachi. ??
But we are innocent…we know nothing about this…??#IgMp pic.twitter.com/IdrrWexDE4
— Hari (@Hari46434677) March 16, 2022
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, प्राथमिक तौर पर सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों के विपरीत कराची में मारा गया ज़फरुल्लाह जमाली IC-814 का दूसरा अपहरणकर्ता प्रतीत नहीं हो रहा है। बताया जा रहा है, कि इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 के अपहरण की रिपोर्ट में ज़फरुल्लाह जमाली नाम के आतंकी का कोई जिक्र नहीं है। इस लिहाज से यह प्रतीत हो रहा है, कि कोई यह कोई और नहीं, बल्कि आतंकी ज़हूर मिस्त्री ही है, जिसे पाकिस्तान में 1 मार्च को मौत के घाट उतारा दिया गया था।
द न्यू इंडियन के जर्नलिस्ट प्रमोद कुमार सिंह के अनुसार,ज़फरुल्लाह उर्फ़ ज़हूर मिस्त्री का ही उपनाम जमाली था और उसकी मौत की पुष्टि बीते 7 मार्च को हुई थी। ज़हूर मिस्त्री को मार्च महीने के पहले सप्ताह में कराची की अख्तर कॉलोनी में दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने गोलियों से भून दिया था। करीब दो दशक बीत जाने के बाद भी अब तक ये खुलासा नहीं हो पाया है, कि क्या ज़फरुल्लाह जमाली नाम का भी कोई आतंकी इंडियन एयरलाइंस के अपहरण में शामिल था।
Zahoor Mistry alias Jamali is the correct name..he was killed sometime back & it was confirmed on March 7th.
— Pramod Kumar Singh (@SinghPramod2784) March 16, 2022
गौरतलब है, कि हरकत-उल-मुजाहिदीन के पांच आतंकियों ने 24 दिसंबर 1999 को भारतीय जेलों में बंद जैश-ए -मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, अहमद ज़रगर और शेख अहमद उमर सईद विमान को छुड़ाने के लिए इंडियन एयरलाइंस के विमान को नेपाल से अपहरण कर अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे। अपहरणकर्ताओं में जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अज़हर का भाई इब्राहिम अज़हर, रऊफ असगर, ज़हूर मिस्त्री, शाहिद अख्तर शामिल थे, जबकि एक अन्य आतंकी 2001 के संसद भवन हमले में मारा गया था।
राष्ट्रीय सुरक्षा के मामंलो के जानकारों के अनुसार, इब्राहिम अज़हर और शाहिद सईद को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा इलाके में शरण मिली हुई है। बताया जा रहा है, रऊफ असगर की मौत कुदरती थी, जबकि हरकत उल मुजाहिदीन के एक अन्य आतंकी को भारतीय सुरक्षा बलों ने संसद हमले के दौरान ढ़ेर कर दिया था। इनमें से पांचवा आतंकी जहूर मिस्त्री उर्फ जाहिद अखुंद 1 मार्च को कराची शहर में मारा गया था। रिपोर्ट के अनुसार, वह पिछले कई सालो से जाहिद अखुंद की नई पहचान से कराची में रह रहा था।
रिपोर्ट्स के आधार पर ये प्रतीत हो रहा है, कि दूसरे आतंकी ज़फरुल्लाह जमाली के मारे जाने की खबर जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वह संदिग्ध लग रही है। ज़फरुल्लाह का कोई उल्लेख या उसकी मौजूदगी का रिकॉर्ड कहीं भी पहले से दर्ज नहीं है। इसी के साथ अज्ञात हमलावरों द्वारा मारे गए ज़हूर मिस्त्री की तस्वीरें सोशल मीडिया पर दूसरे अपहरणकर्ता ज़फरुल्लाह के मारे जाने की बताकर वायरल की जा रही है।
उल्लेखनीय है, कि इंडियन एयरलाइंस के IC-814 विमान को 24 दिसंबर 1999 में नेपाल से अपहरण कर लिया गया था। इस विमान को अफगानिस्तान के कंधार में उतारने से पहले अमृतसर, लाहौर और दुबई लेकर जाया गया था। उस वक्त अफगानिस्तान पर तालिबान का कंट्रोल था। इस दौरान अपर्हणकर्त्ता पाकिस्तानी आतंकवादियों को तालिबान ने पूरी सुरक्षा और सहायता उपलब्ध करवाई। एक हफ्ते चले इस गंभीर संकट को खत्म करने के लिए तत्कालीन भारत सरकार को मसूद अजहर, अहमद ओमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर जैसे खूंखार आतंकियों को रिहा करना पड़ा था।