अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ गुलेरिया ने कहा है, कि भारत में अब कोरोना वायरस की दूसरी लहर जैसी कोई अन्य खतरनाक लहर आने की आशंका नहीं है, हालाँकि फिर भी यह बहुत कुछ आम नागरिको के व्यवहार पर निर्भर करेगा, क्योंकि कोरोना संक्रमण के आकंड़े जरूर घटे है, लेकिन अभी यह वायरस खत्म नहीं हुआ है।
दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ गुलेरिया ने कहा, कि कोरोना को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। वैक्सीनेशन के साथ-साथ संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना नियमों के पालन के अलावा सामाजिक दूरी और मास्क का इस्तेमाल जरुरी है। डॉ गुलेरिया ने ऑनलाइन कार्यक्रम में चर्चा के दौरान इन मुद्दों की ओर ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा, कि वर्तमान परिस्थितियों में कोरोना की तीसरी लहर नियंत्रित है, और मौजूदा समय में हम बेहतर स्थिति में है।
डॉ गुलेरिया ने चर्चा के दौरान कहा, कि इसकी वजह यह है, कि अधिकतर लोगो में कोरोना संक्रमण के प्रति प्रतिरोधक क्षमता आ गई है, और इसमें वैक्सीनेशन अभियान की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। एम्स के निदेशक डॉ गुलेरिया ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कोरोना की रोकथाम और वैक्सीनेशन अभियान की खुलकर तारीफ की। डॉ गुलेरिया ने कहा, कि वर्ष 2009 में स्वाइन फ्लू का संक्रमण फैलने पर विदेशों से वैक्सीन मगांई जाती थी।
Dr. Randeep Guleria, Director, AIIMS, New Delhi will be joining us on 18th February from 4-5 PM on Instagram LIVE to answer all your queries related to Importance of #COVID Appropriate Behaviour and vaccination in the fight against #COVID19. pic.twitter.com/Af4Xz6qsIK
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) February 16, 2022