दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को सोमवार शाम को गिरफ्तार कर लिया है। मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने सेक्शन 153 और 295-A के अंतर्गत गिरफ्तार किया है। बता दें, कि मोहम्मद जुबैर वही शख्स है, जिसने भाजपा से निलंबित पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के विरुद्ध कथित बेअदबी को लेकर मुस्लिम समाज को भड़काने और सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर किया था।
Alt News co-founder Mohammed Zubair arrested by Delhi police under sections 153/295 IPC. pic.twitter.com/oI9OqLA56X
— ANI (@ANI) June 27, 2022
उल्लेखनीय है, कि मोहम्मद जुबैर के भड़काने के बाद से नुपुर शर्मा को मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा लगातार गला काटने और दुष्कर्म की धमकियां दी जा रही है। जुबैर के भड़काने के बाद कट्टरपंथियों ने राष्ट्र के कई स्थानों पर पत्थरबाजी, आगजनी और हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था। गौरतलब है, कि मोहम्मद जुबैर ने पिछले दिनों अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट कर दिया है। हिंदू घृणा से भरे ज़ुबैर के पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गए थे। जिसके बाद जुबैर ने अपना फेसबुक अकाउंट 13 जून 2022 को डिलीट कर दिया था।
दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद ज़ुबैर पर आईपीसी की धारा-153 (ऐसे कृत्य जिससे दंगे और उपद्रव होने की संभावना हो) और धारा-295 (किसी समाज के आस्था के प्रतीकों का अपमान करना) लगाई है। मोहम्मद ज़ुबैर फर्जी और फेक खबरें फैलाने के लिए कुख्यात है और उनका मीडिया पोर्टल भी हिन्दू विरोधी खबरों के लिए ही जाना जाता है। मोहम्मद जुबैर को विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने के लिए गिरफ्तार किया गया है।
ट्विटर पर ‘द हॉक आई’ द्वारा शेयर किए गए एक ट्वीट में, जुबैर ने सनातन आस्था के प्रतीक शिवलिंग का मज़ाक उड़ाते हुए वेटिकन सिटी के टॉप व्यू से इसकी तुलना की है। इसी प्रकार फेसबुक पेज ‘अनऑफिशियल मोहम्मद जुबैर’ पर एक पोस्ट में भगवान राम का मज़ाक उड़ाने के लिए अरुण गोविल का नाम इस्तेमाल किया गया है। इसमें जुबैर ने कहा है, कि ISRO को अरुण गोविल से सलाह लेना चाहिए, क्योंकि वह रॉकेटरी/विमान के बारे में ज्यादा जानते है।
Its easy to make fun of other’s god, religion, culture & scriptures, because there is no consequences.
Ironically its coming from same person who triggered an event that took entire nation on ransom, and the violent mayhem is still on..
Ever tried this for own …??? pic.twitter.com/dV7dDWTSAR
— The Hawk Eye (@thehawkeyex) June 13, 2022
ऑपइंडिया कि रिपोर्ट के अनुसार, ऑल्ट न्यूज के फाउंडर प्रतीक सिन्हा ने इस मामले में कहा है, कि जुबैर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सोमवार (27 जून, 2022) को 2020 के एक मामले में जाँच को लेकर फोन किया था। हालाँकि, उसे उच्च न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी से राहत मिली हुई है। लेकिन सोमवार शाम 6:45 बजे जुबैर को किसी अन्य मामले में पुलिस ने उठा लिया है, जिसके लिए उसे पहले से कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है। प्रतीक सिन्हा ने कहा, कि हमारे बार-बार कहने के बाद भी हमें FIR की कॉपी नहीं दी जा रही है। हालाँकि, इस बात में कितनी सच्चाई है, इसके बारे में कहना बेहद कठिन है।