महिंद्रा समूह के प्रबन्ध निदेशक और अध्यक्ष आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) का एक ‘हिंदुस्तान की अंतिम दुकान’ वाला ट्वीट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है। आनंद महिंद्रा ने उत्तराखंड के चमोली स्थित हिंदुस्तान की अंतिम दुकान से संबंधित एक पोस्ट को री-पोस्ट किया। इसके बाद ट्विटर पर इस दुकान के बारे में चर्चा शुरू हो गयी। बता दें, आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर अक्सर रोचक तथ्य और मजेदार वीडियो शेयर करते रहते है।
भारत में सेल्फी लेने की सबसे अच्छी जगह
आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर ‘हिंदुस्तान की अंतिम दुकान’ (Hindustan ki Antim Dukaan) की एक तस्वीर वाले ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा, “One of the Best selfie spots in India? An Unmatchable slogan: “Hindustan ki Antim Dukan.” A cup of tea there is priceless.अर्थात भारत में सेल्फी लेने के लिए सबसे उत्तम स्थान ? बेजोड़ स्लोगन: “हिंदुस्तान की अंतिम दुकान.” यहां पर एक कप चाय पीना भी अमूल्य होगा।
One of the best selfie spots in India? An unmatchable slogan: “Hindustan ki Antim Dukan.” A cup of tea there is priceless. https://t.co/7dTxVlHwAG
— anand mahindra (@anandmahindra) February 9, 2022
माणा गांव में स्थित है, दुकान
जानकारी के लिए बता दें, द बेटर इंडिया नामक यूजर ने एक दुकान के साथ मैगी की एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर की थी। इस दुकान का नाम ‘हिंदुस्तान की अंतिम दुकान’ है। इस दुकान का नाम ये इसलिए पड़ा, क्योंकि ये दुकान भारत और चीन के बीच भारत के अंतिम गांव के एक छोर पर स्थित है। इसके बाद उस स्थान से आगे कोई दूसरी दुकान नहीं है। चीन से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बसे माणा गांव में यह दुकान चन्दर सिंह बड़वाल चलाते है। चन्दर सिंह ने इस दुकान को लगभग 25 साल पहले खोला था। यह दुकान पर्यटकों के लिए मैगी खाने और चाय पीने की पसंदीदा जगह है।
प्राचीन काल में माणा क्षेत्र को मणिभद्रपुरम कहा जाता था
उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित माणा गांव की ये दुकान वर्तमान में एक लोकप्रिय सेल्फी पॉइन्ट बन गई है। पर्यटक इस दुकान का नाम पढ़कर रोमांचित होते है। प्राचीन काल में माणा क्षेत्र को मणिभद्रपुरम के नाम से जाना जाता था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, पांडव इसी गांव से होकर स्वर्ग गए थे। मान्यता है, कि पांडव भीमपुल से होते हुए अलकापुरी गए थे। भीमपुल के विषय में कहा जाता है, कि जब पांडव इस मार्ग से होकर गुजर रहे थे, तो वहां दो पहाड़ियों के बीच खाई में बहती सरस्वती नदी के वेग को पार करना बहुत ही कठिन था। उस समय पर भीम ने दो चट्टानों को फेंक कर पुल का निर्माण किया था।
माणा गांव समुद्र तल से 19,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित
भीमपुल से पांच किमी की दूरी पर वसुधारा वॉटर फॉल स्थित है। वसुधारा में 400 फीट ऊंचाई से पानी की बौछार सुंदर मोतियों के समान लगती है। वसुधारा के संबंध में मान्यता है, कि इस झरने का जल अशुद्ध आत्माओ को नहीं भिगाता है। माणा गांव में गणेश गुफा और व्यास गुफा स्थित है। इसी गुफा में भगवान गणेश द्वारा सभी वेद पुराण और महाभारत की रचना की थी। भारत का आखिरी गांव माणा, बद्रीनाथ से 3 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। माणा की समुद्र तल से ऊंचाई 19,000 फुट है