ग्लेन मैक्सवेल ने वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। मैक्सवेल ने इस मामले में शेन वॉट्सन को पीछे छोड़ दिया है। वॉट्सन ने साल 2011 में बांग्लदेश के खिलाफ 185 रन की नाबाद पारी खेली थी। मैक्सवेल ने 201 रन जड़ते हुए इतिहास रच दिया है। 91 के स्कोर पर 7 विकेट खोकर हार की कगार पर खड़ी ऑस्ट्रेलिया को मैक्सवेल ने ऐसी जीत दिलाई, जिसकी चर्चा सालों-साल वर्ल्ड क्रिकेट में होती रहेगी।
गौरतलब है, कि ग्लेन मैक्सवेल की यह पारी एक लंबे समय तक याद की जाएगी। 21 चौके 10 छक्के 128 गेंदों पर 201 रनों की पारी खेल कर मैक्सवेल ने मैक्सवेल ने इस मामले में शेन वॉट्सन को पीछे छोड़ दिया है। इस लिस्ट में मैक्सवेल से ऊपर क्रिस गेल और मार्टिन गप्टिल हैं। गेल ने साल 2015 में 215 रन जड़े हैं, जबकि गप्टिल ने भी इसी विश्व कप में 237 रन बनाये है।
उल्लेखनीय है, कि वनडे क्रिकेट में ग्लेन मैक्सवेल ने दूसरा सबसे तेज दोहरा शतक जमाया है। मैक्सवेल ने इस मामले में क्रिस गेल को पीछे छोड़ दिया है। मैक्सवेल ने अपनी डबल सेंचुरी 128 गेंदों पर पूरी की, जबकि गेल ने यह उपलब्धि हासिल करने के लिए 138 गेंदें खेली थीं। इस लिस्ट में टॉप पर ईशान किशन का नाम है, जिन्होंने अपना दोहरा शतक 126 गेंदों पर जड़ा था।
Thank you India 🇮🇳 for Your Support 🫂💙 #AUSvAFG pic.twitter.com/NIkXkKFXKg
— Glenn Maxwell (@iGlennMaxwell32) November 7, 2023
बता दें, कि पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने वनडे विश्व कप 2023 के 39वें मैच में अफगानिस्तान को तीन विकेट से हरा दिया है। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 291 रन बनाए। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने सात विकेट पर 293 रन बना लिए और मैच जीत लिया। इस जीत के साथ ही कंगारू टीम ने सेमीफाइनल में पहुंच गई है। ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल में पहुंचने वाली तीसरी टीम है।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के 7 विकट महज 91 रन पर गिर गए थे और 7 विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस भी उम्मीद हार चुके थे क्योंकि अभी भी जीतने के लिए 200 से ज्यादा रन चाहिए थे, लेकिन इसके बाद जो कुछ हुआ वह अब इतिहास में दर्ज हो गया है। ऑस्ट्रेलिया ने 91 रन पर अपने सात विकेट गंवाने के बाद मैक्सवेल ने पैट कमिंस के साथ 202 रन की नाबाद साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिला दी। यह इस विश्व कप का पहला दोहरा शतक था।