अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर प्रचंड जीत के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया है। राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 46 पर जीत दर्ज की है। गौरतलब है, कि चुनाव में मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत भाजपा के 10 प्रत्याशियों ने निर्विरोध ही विधानसभा चुनाव जीता है, जबकि नेशनल पीपुल्स पार्टी के खाते में पांच सीटें आई है। वहीं कांग्रेस ने सिर्फ एक सीट पर सफलता प्राप्त की है।
अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 2 जून को सुबह 6 बजे शुरू हो गई थी। बता दें, कि अरुणाचल प्रदेश की 60 विधानसभा सीटों में से 50 सीटों पर वोटिंग हुई थी। यहां पर भाजपा के 10 उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीत चुके है। वहीं मतगणना के बाद भाजपा ने 60 में से 46 सीटों पर जीत हासिल की।
इस प्रचंड जीत के बाद रविवार (2 जून 2024) को मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इसे ऐतिहासिक दिन बताते हुए आशा जताई, कि 4 जून को होने वाले लोकसभा चुनावों की मतगणना में भी भाजपा बेहतर प्रदर्शन करेगी। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में मीडिया से बात करते हुए प्रेमा खांडू ने कहा, “आज अरुणाचल प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। इस बार 2024 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
पेमा खांडू ने अरुणाचल प्रदेश की जनता को यह विजय दिलाने के लिए धन्यवाद किया है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में मिली विजय बताया है। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया, कि इस बार उन्होंने 50 सीटों का लक्ष्य रखा था, जिसको लगभग हासिल कर लिया गया है।
#WATCH | Itanagar: After BJP sweeps Arunachal Assembly elections, state's CM Pema Khandu says, "This is a historic day for Arunachal Pradesh, especially for the BJP. The party set a new record in these Assembly elections…There is pro-incumbency in BJP. In 2019, we won 41 seats… pic.twitter.com/qLPmyPk29t
— ANI (@ANI) June 2, 2024
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने आगे कहा, कि अरुणचल प्रदेश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को पसंद किया है। उन्होंने उम्मीद जताई है, कि 4 जून को लोकसभा चुनावों में भी भाजपा अरुणाचल प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन करेगी और दोनों लोकसभा सीटें जीतेगी। बकौल प्रेमा खांडू 4 जून की मतगणना के बाद अरुणाचल में नई सरकार के गठन की दिशा में काम शुरू होगा, जिसमें केंद्रीय नेतृत्व के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
उल्लेखनीय है, कि अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में कुल 60 सदस्य होते है। इस बार के चुनाव में 60 में से 10 सीटों पर भाजपा को किसी तरह की कोई चुनौती ही नहीं मिली थी। मुख्यमंत्री समेत 10 उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए थे। जबकि कांग्रेस को इन सीटों पर उम्मीदवार तक नहीं मिले। वहीं अन्य सियासी दलों की भी कमोबेश यही स्थिति रही।