महाराष्ट्र विधानसभा में रविवार (3 जुलाई 2022) को स्पीकर के चुनाव में भाजपा और शिंदे गुट की ओर से बनाए गए उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को जीत मिली है। कोलाबा विधानसभा सीट से विधायक राहुल नार्वेकर के समर्थन में 164 वोट मिले, जबकि उन्हें जीत के लिए 145 वोट की जरूरत थी। वहीं, महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार राजन साल्वी को 107 वोट मिले। विधानसभा कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए 9 कैमरे लगाए गए थे। वहीं वोटिंग समाप्त होने तक विधानसभा के दरवाजे पूरी तरह बंद कर दिए गए थे।
Rahul Narvekar of BJP elected Maharashtra Assembly Speaker
— Press Trust of India (@PTI_News) July 3, 2022
उल्लेखनीय है, कि विधानसभा में मतदान के दौरान समाजवादी पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार राहुल नार्वेकर के विरुद्ध वोटिंग से परहेज किया। सपा पार्टी के दोनों विधायक अबू आजमी और रईस शेख मतगणना के दौरान बैठे रहे। वहीं, AIMIM के दोनों विधायक सदन में अनुपस्थित रहे। इसके बाद कल सोमवार (4 जुलाई 2022) को नई सरकार को सदन में अपना बहुमत सिद्ध करना है।
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से चल रहे सियासी हंगामे के बाद रविवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण था। रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र 11 बजे सदन की कार्रवाई शुरू होते ही स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया आरम्भ कर दी गई। सदन में प्रवेश के दौरान भाजपा के सदस्यों ने ‘जय श्रीराम, जय भवानी और जय शिवाजी’ के नारे का उद्धघोष किया। वहीं परिस्थितियों के मद्देनजर विधानसभा के भीतर शिवसेना के कार्यालय को सील कर दिया गया है। उद्धव ठाकरे की तरफ से सुनील प्रभु और एकनाथ शिंदे की ओर से भारत गोगावाले ने व्हिप जारी किया।
बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा के नए स्पीकर राहुल नार्वेकर 2014 से पहले शिवसेना में थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में टिकट काटे जाने पर उन्होंने शिवसेना पार्टी छोड़ एनसीपी में शामिल हो गए। राहुल नार्वेकर 2014 में मवाल लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन उन्हें चुनाव में पराजय मिली। इसके बाद राहुल नार्वेकर भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद 2016 में नार्वेकर गवर्नर कोटे से विधानपरिषद पहुंचे। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कोलोबा विधानसभा सीट से जीत हासिल की।
गौरतलब है, कि विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर शिवसेना के बागी गुट के विधायक शनिवार (2 जुलाई 2022) की रात 11 दिनों के बाद मुंबई वापस लौट आए। इसके बाद भाजपा और शिवसेना के बागी विधायकों के बीच देर रात तक चली बैठक में आगे की रणनीति तैयार की गई।