कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव बढ़ गया है, जिसका प्रभाव भी अब दिखने लगा है। कनाडा की सबसे बड़ी स्टील कंपनी टेक रिसोर्सेज की कोल यूनिट में हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया से गुजर रही भारतीय कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) ने झटका दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कि उसने टेक रिसोर्सेज को खरीदने की प्रक्रिया को धीमी कर दिया है। इसको लेकर बाजार में तरह-तरह के अनुमान लगाए जा रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस कंपनी से जुड़े एक सूत्र ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया एजेंसी रॉयटर्स को बताया, कि क्षमता के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी स्टील निर्माता जेएसडब्ल्यू स्टील और टेक रिसोर्सेज के बीच हिस्सेदारी पर चर्चा फिलहाल धीमी हो गई है। हालाँकि, कागजी कार्रवाई पर काम चल रहा है। सूत्र ने बताया, “हम मुद्दा शांत होने तक इंतजार करेंगे।”
Exclusive: India's JSW Steel slows process to buy stake in Canada Teck coal unithttps://t.co/lv4YPOvCOY
— Ernest Scheyder (@ErnestScheyder) September 22, 2023
सूत्र ने कहा, कि टेक रिसोर्स में जेएसडब्ल्यू 34-37 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने का प्रयास कर रहा है। टेक रिसोर्स ने वैश्विक खनन कंपनी ग्लेनकोर द्वारा दिए पूरी कंपनी के लिए दिए गए 22.5 अरब डॉलर (1.87 लाख करोड़ रुपए) के ऑफर को दो बार ठुकरा दिया था। माना जा रहा है, कि JSW की बोली इससे ज्यादा ही होगी।
सूत्र ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया को जानकारी दी, “हम यह उम्मीद नहीं कर रहे हैं कि चीजें हमारे हाथ से फिसल जाएँगी। हम मूल्यांकन के लिए कागजी कार्रवाई कर रहे हैं, बैंकों से बातचीत कर रहे हैं और यह अभी भी हो रहा है।” वहीं जेएसडब्ल्यू स्टील ने इस मामले में फिलहाल टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
वहीं, टेक रिसोर्सेज ने रॉयटर्स के सवालों के ईमेल के जरिये दिए जवाब देते हुए, “हम बाजार की अफवाहों या अटकलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं।” हालाँकि विदेशी निवेश सौदों को अनुमति देने वाले कनाडा के उद्योग मंत्रालय ने बताया है, कि किसी विदेशी कंपनी द्वारा कनाडाई कंपनी का अधिग्रहण कनाडा अधिनियम के अंतर्गत राष्ट्रीय सुरक्षा समीक्षा के अधीन होगा।
वहीं मामले से जुड़े एक अन्य सूत्र ने कहा है, कि जेएसडब्ल्यू लेन-देन की फंडिंग के लिए स्टैंडर्ड चार्टर्ड और डॉयचे बैंक सहित कई निवेश बैंकों के साथ बातचीत कर रहा है। जेएसडब्ल्यू स्टील कंपनी इस कनाडाई कंपनी का 34-37 फीसदी शेयर खरीदना चाहती है। इस प्रक्रिया के धीमा होने की बात फैलते ही टेक रिसोर्सेज के शेयर 4 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गए है।
गौरतलब है, कि भारत की दिग्गज कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने कनाडा की कम्पनी रेसन एयरोस्पेस से अपने कारोबारी रिश्ते तोड़ लिए थे, जिसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा की 11.18% हिस्सेदारी थी। कंपनी ने इसकी जानकारी शेयर मार्केट नियामक SEBI को दी, जिसके बाद ये जानकारी मीडिया के सामने आई।
बताया जा रहा है, कि रेसन एरोस्पेस ने कनाडा में आवेदन करके अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है। रेसन खेती से जुड़े टेक सॉल्यूशन का निर्माण करती थी। महिंद्रा एंड महिंद्रा भी खेती से जुड़े कई कारोबार करती है। वह खेती के उपकरण बनाने से लेकर अन्य कार्यों में संलग्न है और विश्व की सबसे बड़ी ट्रैक्टर निर्माता है। महिंद्रा अमेरिका तथा कनाडा में भी अपने ट्रैक्टर समेत अन्य वाहनों को बेचती है।