पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) के एक नजदीकी भास्कर रमण को केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने गिरफ्तार कर लिया है। भास्कर रमण पर रिश्वत लेने और वीजा भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे है। बता दें, कि बीते मंगलवार (17 मई 2022) को सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम के दस ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी। सीबीआई के अनुसार, यह मामला 50 लाख रुपए की घूस लेकर 250 चीनी नागरिकों का वीजा बनवाने से जुड़ा हुआ है।
CBI has arrested S Bhaskar Raman, a close associate of Congress leader Karti P Chidambaram in an ongoing visa corruption case following questioning late last night: CBI sources
— ANI (@ANI) May 18, 2022
सीबीआई (CBI) ने कार्ति चिदंबरम के खिलाफ साल 2010 से 2014 के बीच विदेशी लेनदेन के मामले में एक नया केस दर्ज किया है। बताया जा रहा है, कि सीबीआई ने वीजा भ्रष्टाचार के मामले में रिश्वत लेने के आरोप में कार्ति चिदंबरम सहित पांच अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर मंगलवार को FIR दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम ने दिल्ली और चेन्नई समेत देश के कई शहरों में स्थित दस ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई की थी।
सीबीआई ने दावा किया है, कि 2010 से 2014 के दौरान 50 लाख रुपए की घूस लेकर कार्ति चिदंबरम ने 250 चीनी मजदूरों को हिंदुस्तान का वीजा दिलाने में सहायता की थी। ये सभी चीनी नागरिक पंजाब के मानसा में बन रहे तलवडी साबो पॉवर प्रोजेक्ट के लिए आए थे। इससे पहले सीबीआई ने कार्ति और उनके पिता पी चिदंबरम के विरुद्ध INX Media मामले में घूस लेकर मंजूरी देने का मामला दर्ज किया था और दोनों को गिरफ्तार किया था।
जानकारी के अनुसार, INX Media मामले में जांच के दौरान ही सीबीआई को कार्ति के ठिकानों से दस्तावेज मिले थे, जिससे पता चला था कि उन्होंने रिश्वत लेकर चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाए थे। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर सीबीआई ने नया मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू की है। उल्लेखनीय है, कि प्रोजेक्ट के लिए रिश्वत देकर चीनी मजदूरों का भारत में वीजा लगवाने का मामला गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है। ऐसे में आने वाले वक्त में गृह मंत्रालय के तत्कालीन अधिकारी भी संदेह के दायरे में आ सकते है।