केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 18 ओटीटी प्लेटफॉर्म को बंद कर दिया है, यह प्लेटफॉर्म वीडियो माध्यम से लोगों को अश्लील और उत्तेजक सामग्री परोस रहे थे। इनमें से कुछ तो सॉफ्ट पोर्न तक परोस रहे थे। ये ओटीटी प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया के माध्यम से भी अश्लील सामग्री परोस रहे थे। अब इन प्लेटफॉर्म पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने हथौड़ा चलाते हुए एक झटके में बंद कर दिया गया है।
मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई जानकारी के अनुसार, “सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने अश्लील, फूहड़ और पोर्न सामग्री प्रकाशित करने वाले 18 OTT प्लेटफॉर्म को ब्लॉक करने की कार्रवाई की है। 19 वेबसाइट, 10 एप (गूगल प्ले स्टोर पर 7, एप्पल एप स्टोर पर 3) और इन प्लेटफ़ॉर्म से जुड़े 57 सोशल मीडिया अकाउंट भारत में ब्लॉक कर दिया गया है।”
India's Information and Broadcasting Ministry banned some OTT platforms for publishing obscene, vulgar, and in some cases pornographic content. Not just OTT platforms but the ministry has also pulled down websites, apps, and several social media accounts
The name of the banned… pic.twitter.com/YqaMyWw2dL
— The CSR Journal (@thecsrjournal) March 14, 2024
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जिन OTT प्लेटफॉर्म को यह अश्लील सामग्री परोसने के चलते बैन किया गया है, उनके नाम क्रमशः ड्रीम्स फिल्म्स, वूवी, येस्मा, अनकट अड्डा, ट्राई फ्लिक्स, एक्स प्राइम, नियॉन एक्स वीआईपी, बेशरम, शिकारी, खरगोश, एक्स्ट्रामूड, न्यूफ़्लिक्स, मूडएक्स, मोजफ्लिक्स, हॉट शॉट्स वीआईपी, फुगी, चिकूफ़्लिक्स और प्राइम प्ले है।
मंत्रालय ने बताया है, कि इन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर परोसे जा रहे वीडियो काफी आपत्तिजनक और फूहड़ थे। इनमें महिलाओं को काफी अपमानजनक तरीके से दिखाया जाता था। इसके साथ ही इन प्लेटफॉर्म पर शिक्षक-छात्र और एक ही परिवार के महिला-पुरुषों के बीच यौन संबंध को दिखाया जाता था। इनमें बड़े स्तर पर यौन संबंधों को दिखाया जाता था जिससे सिनेमा आदि का कोई संबंध नहीं है।
मंत्रालय ने प्रेस रिलीज में जानकारी दी है, कि इनमें से एक प्लेटफॉर्म को 1 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया गया था। दो अन्य प्लेटफॉर्म को 50 लाख बार डाउनलोड किया गया था। यह सभी प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया से अपनी अश्लील सामग्री का प्रचार करते थे। इन्हें सोशल मीडिया पर 32 लाख लोगों ने फॉलो कर रखा था। इनके फेसबुक पर 12, इंस्टाग्राम पर 17, ट्विटर पर 16 और यूट्यूब पर 12 पेज और चैनल थे।
उल्लेखनीय है, कि भारत में बीते कुछ वर्षो से इंटरनेट सेवाओं का तेजी से प्रसार हुआ है। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लोग अब टीवी की जगह ऑनलाइन माध्यमों पर वीडियो देख रहे हैं। अश्लील सामग्री बनाने वालों ने इस मोके का फायदा उठाकर अपनी अश्लील और फूहड़ता वाली वीडियो यहाँ अपलोड करनी शुरू कर दी है। बता दें, कि पोर्न या अन्य अश्लील सामग्री को भारत में बेचना भारतीय दंड संहिता की धारा 292 के तहत अपराध है। साथ ही डिजिटल तरीके से यह करना आईटी एक्ट का भी उल्लंघन भी है।