भारत सरकार राजपथ का नाम बदलने की तैयारी कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार इसका नाम परिवर्तन कर ‘कर्तव्यपथ’ रखने जा रही है। बताया जा रहा है, नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की प्रतिमा से राष्ट्रपति भवन तक के मार्ग को कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) ने इस संबंध में बुधवार सात सितंबर को एक विशेष बैठक बुलाई है। बैठक के दौरान राजपथ का नाम बदलने के प्रस्ताव को परिषद के समक्ष रखा जाएगा। उल्लेखनीय है, कि ब्रिटिश राज के दौरान से राजपथ को किंग्सवे के नाम से जाना जाता है।
BREAKING: After removing St George's Cross from the Indian Navy's ensign, Central Govt to change name of Delhi's Rajpath to Kartavya Path. (Rajpath was a Hindi translation of 'Kingsway', the boulevard's name during British rule, named after King George V). pic.twitter.com/g8qObRnp7e
— Shiv Aroor (@ShivAroor) September 5, 2022
सेंट्रल विस्टा परियोजना के अंतर्गत बनने वाली संसद भवन का नया भवन लगभग 65,400 स्क्वायर मीटर में बनाया जा रहा है। संसद भवन की नई इमारत भव्य कलाकृतियों से युक्त होगी। इमारत एक तिकोना ढांचा होगा और जिसकी ऊंचाई पुरानी इमारत जितनी ही होगी। सेन्ट्रल विस्टा में एक बड़ा संविधान सभागार, सांसदों के लिए एक विश्राम कक्ष, एक पुस्तकालय, कई कमेटियों के लिए कार्यालय समेत डाइनिंग एरिया जैसे कई कम्पार्टमेंट होंगे। उल्लेखनीय है, कि लोकसभा चैंबर में 888 सदस्यों, जबकि राज्यसभा में 384 सदस्यों के बैठने की क्षमता होंगी।
Delhi | Visuals from the redeveloped Central Vista Avenue that will soon be ready for public use pic.twitter.com/M0hsAwhfz9
— ANI (@ANI) September 5, 2022
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार आठ सितंबर की सांय केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के अंतर्गत विजय चौक से इंडिया गेट तक पूरे खंड का उद्घाटन करेंगे। सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना में एक नया त्रिकोणीय संसद भवन, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय, तीन किलोमीटर के राजपथ का कायाकल्प, नया प्रधानमंत्री आवास और कार्यालय तथा एक नए उपराष्ट्रपति एन्क्लेव की परिकल्पना सम्मिलित है।