इनदिनों बच्चों में ऑनलाइन गेम की लत बढ़ती ही जा रही है। बच्चे घंटों तक ऑनलाइन गेम खेलने में लगे रहते हैं। ऐसे में अगर आपके घर में भी कोई बच्चा ऑनलाइन गेमिंग का शिकार है, तो अभिभावकों को सतर्क रहने की सख्त जरुरत है। दरअसल, चमोली जिले के गोपेश्वर से एक ऐसी खबर आई है, जो वाकई चौंकाने वाली है। दरअसल, ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में फंसे नाबालिग ने अपने ही घर में लाखों की चोरी करा डाली।
पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार ने शनिवार को मीडियाकर्मियों को बताया, कि गोपेश्वर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली महिला अपनी बेटी से मिलने देहरादून गई थी। जब वह देहरादून से गोपेश्वर अपने घर वापस लौटी, तो उन्होंने अपने घर के दरवाजे का ताला टूटा हुआ पाया। महिला के सास के कमरे में बने स्टोर के लॉकर का ताला तोड़कर चोरो ने स्वर्ण आभूषण चोरी कर लिए गए थे और उनके अपने कीमती आभूषण भी घर से गायब थे। जिनकी कीमत लगभग 35-40 लाख रूपये है।
गोपेश्वर में हुई आभूषण चोरी की गुत्थी को सुलझा कर चमोली पुलिस ने 03 नाबालिगों को आभूषण एवं नगदी के साथ लिया अपने संरक्षण में
ऑनलाइन गेमिंग व ट्रेडिग की लत ने नाबालिग को बनाया चोर, पैसे हारने पर चुन लिया गलत रास्ता, अपने ही घर में बनायी चोरी की योजनाhttps://t.co/TwlXItiHaA pic.twitter.com/tg5bhdNgCb
— Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) November 2, 2024
महिला ने इस संबंध में गोपेश्वर पुलिस को जानकारी दी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। मामले के खुलासे के लिए पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार द्वारा तत्काल पुलिस टीमों का गठन किया गया। चोरी के खुलासे के लिए पुलिस उपाधीक्षक चमोली संजय गर्ब्याल द्वारा घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की गहनता से जांच की गई। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस टीम ने उक्त चोरी की घटना में शामिल दो नाबालिगों को पकड़ा।
पुलिस की पूछताछ के दौरान नाबालिगों ने बताया, कि पीड़ित महिला का दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला नाबालिग पुत्र ही चोरी की घटना का मास्टरमांइड है, जिसके पश्चात पुलिस टीम द्वारा महिला के नाबालिग पुत्र को देहरादून से हिरासत में लेते हुए चमोली लाया गया। नाबालिग ने बताया, कि वो काफी समय से ऑनलाइन गेमिंग, ट्रेडिंग और महंगे खर्चे करने का शौकीन है। जिसके लिए उसने काफी लोगों से पैसे उधार लिए हुए थे।
नाबालिग ने बताया, चोरी की घटना में शामिल एक नाबालिग से भी उसने 50 हजार रुपये उधार लिए हुए थे। उधार देने वाले लोग भी उस पर लगातार पैसे वापस करने का दबाव बना रहे थे। कर्जे से छुटकारा पाने के लिए नाबालिग ने अपने ही घर में चोरी करने की योजना बनायी। चोरी को अंजाम देने के लिए उसने अपने दो नाबालिग दोस्तों को यह लालच देकर शामिल कर लिया, कि उसके घर पर उसकी माँ और दादी के लाखों रुपयों के गहने है, जिन्हें चोरी कर वो ऊंचे दाम पर बेचकर काफी पैसे बना सकते है।
इसके बाद जब नाबालिग की मां देहरादून चली गई, तो उसने मौके का फायदा उठाकर अपने दोस्तों को घर बुला लिया और चोरी की घटना को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार, चोरी के दौरान नाबालिग देहरादून से अपने दोस्तों को वीडियो कॉल के माध्यम से लगातार निर्देश भी दे रहा था।