उत्तराखंड में अप्रैल के तीसरे हफ्ते से शुरू होने वाली विश्वप्रसिद्ध चार धाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार तैयारियों में जुट गई है। चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष भी पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इसी क्रम में श्रद्धालुओं को व्हाट्सएप के माध्यम से भी पंजीकरण की सुविधा देने के विचार पर भी मंथन किया जा रहा है। बता दें, कि चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत 27 अप्रैल से होने की संभावना है।
चारो धामों में सुविधाओं और धारण क्षमता के हिसाब से तीर्थयात्रियों को दर्शन करने की मंजूरी दी जाएगी। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने बताया, कि केदारनाथ के लिए राजधानी देहरादून से भी हैलीकॉप्टर सेवा शुरू करने पर विचार हो रहा है। सरकार चारधाम यात्रा को व्यवस्थित, सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए अलग-अलग मोर्चों पर तेजी से काम कर रही है।
चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आर्थिक से जुड़ा हुआ है। सरकार द्वारा चार धामों में विकसित की जा रही सुविधाओं के दृष्टिगत वहां दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं में भी उत्साह दिखाई दे रहा है। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए धामों में टोकन व्यवस्था लागू की जाएगी। इससे दर्शन की बारी आने से कुछ समय पहले यात्री पहुंच जाएंगे। इससे धामों में भीड़ कम होगी और वहां व्यापारिक गतिविधियों को भी मदद मिलेगी।
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे के अनुसार, श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत पोर्टल के साथ ही अन्य माध्यमों से भी पंजीकरण की सुविधा देने पर गंभीरता से मंथन किया जा रहा है। पंजीकरण के लिए जल्द ही टोल फ्री नंबर भी जारी किया जायेगा। इसके अलावा मोबाइल पर व्हाट्सएप के माध्यम से भी पंजीकरण का विकल्प दिया जायेगा।