प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (30 अक्टूबर, 2022) को ‘मन की बात’ के 94वें संस्करण को संबोधित करने के दौरान कहा, कि आज देश के कई हिस्सों में सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा, कि छठ पर्व का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु अपने गाँव, अपने घर, अपने परिवार के बीच पहुँचे हैं। बता दें, कि रविवार को छठ के संध्या अर्घ्य का दिन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा, कि सूर्य उपासना की परंपरा इस बात का प्रमाण है, कि हमारी संस्कृति, हमारी आस्था का, प्रकृति से कितना गहरा जुड़ाव है। पीएम मोदी ने कहा, कि इस पूजा के माध्यम से हमारे जीवन में सूर्य के प्रकाश का महत्व समझाया गया है, और साथ ही ये सन्देश भी दिया गया है, कि उतार-चढ़ाव, जीवन का अभिन्न हिस्सा है। पीएम मोदी ने कहा, कि छठ का पर्व ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी उदाहरण है।
पीएम मोदी ने कहा, कि दिल्ली, मुंबई समेत महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों और गुजरात के कई हिस्सों में छठ का बड़े पैमाने पर आयोजन होने लगा है। उन्होंने कहा, कि पहले गुजरात में उतनी छठ पूजा नहीं होती थी, लेकिन समय के साथ आज लगभग सम्पूर्ण गुजरात में छठ पूजा के रंग नजर आने लगे हैं। पीएम मोदी ने कहा, कि ये देखकर उन्हें भी बेहद खुशी होती है, कि विदेशों से भी छठ पूजा की कितनी भव्य तस्वीरें आती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सूर्य देव का ये वरदान है – ‘सौर ऊर्जा’। Solar Energy आज एक ऐसा विषय है, जिसमें सम्पूर्ण विश्व अपना भविष्य देख रही है और भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं, जीवन पद्धति के भी केंद्र में रह रहे है। भारत, आज अपने पारंपरिक अनुभवों को आधुनिक विज्ञान से जोड़ रहा है, तभी, आज हम, सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वाले सबसे बड़े देशों में शामिल हो गए है।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में गुजरात के मोढेरा गांव का भी उल्लेख करते हुए कहा, कि मोढेरा गांव के लगभग सभी घर अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर रहे है। मोढेरा गांव के लोग ना सिर्फ सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली का उपयोग कर रहे हैं बल्कि इससे कमाई भी कर रहे है। पीएम मोदी ने कहा, कि मोढेरा गांव से प्रेरित होकर दूसरे गांवों के लोग भी मुझे अपने गांवों को सौर गांवों में बदलने के लिए लिख रहे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि इसरो ने नए-नए लॉन्च करके भारत को वैश्विक कमर्शियल बाजार में मजबूत खिलाड़ी के रूप में तैयार किया। उन्होंने कहा कि एक वक्त था, जब भारत को क्रायोजैनिक टेक्नोलॉजी देने से इंकार कर दिया गया था, लेकिन भारत के वैज्ञानिकों ने ना सिर्फ स्वदेशी तकनीक विकसित की बल्कि आज इसकी मदद से एक साथ दर्जनों सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में भेज रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, “भारत ने एक साथ 36 Satellites को अंतरिक्ष में स्थापित किया है। दीपावली से ठीक एक दिन पहले मिली ये सफलता एक प्रकार से ये हमारे युवाओं की तरफ से देश को एक स्पेशल दिवाली गिफ्ट है। पीएम ने कहा कि इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने नवीनतम लॉन्च के साथ भारत को वैश्विक वाणिज्यिक बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभारा है।